किसान आंदोलन से संबंधित ट्वीट्स को लेकर ट्विटर और भारत सरकार के बीच चल विवाद के बीच बीते कुछ दिनों में भारत सरकार के मंत्रियों से भारतीय 'ट्विटर' कहा जाने वाल Koo ऐप को बड़ा बल मिला है। Koo के यूजर्स की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इस ऐप को एक मिलियन यूजर पहले की इंस्टॉल कर चुके हैं। गूगल प्ले स्टोर पर यह 4.7 रेटिंग प्राप्त की है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर घोषणा की कि मैं अब Koo पर हूं। वास्तविक समय, रोमांचक और विशेष अपडेट के लिए इस भारतीय माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर मेरे साथ जुड़ें। आइए हम Koo पर अपने आइडिया और विचारों का आदान-प्रदान करें।
Koo एक भारतीय-निर्मित माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है जिसे 10 महीने पहले भारत के आत्मनिर्भर भारत संचार इनोवेशन चैलेंज के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। कंपनी इसे "भारतीय भाषाओं में भारत की आवाज" के रूप में वर्णित करती है। यह ट्विटर की तरह दिखता और काम करता है और आपको अपने विचार व्यक्त करने के लिए प्लेटफॉर्म देता है। आप अपने विचार, वीडियो शेयर कर सकते हैं और अन्य यूजर्स का फोलो कर सकते हैं। उन पोस्ट या उन पर कॉमेंट कर सकते हैं। यह ऐप अंग्रेजी और कन्नड़, तमिल, हिंदी, मराठी और तेलुगु सहित कुछ भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। आपको कू पर सद्गुरु, पीयूष गोयल, रविशंकर प्रसाद, अनिल कुंबले और जवागल श्रीनाथ जैसी कई प्रमुख हस्तियां मिलेंगी। यह ऐप ने पिछले साल अगस्त में भारत सरकार द्वारा आयोजित आत्मनिर्भर ऐप इनोवेशन चैलेंज जीता था। पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीयों को मन की बात में Koo app का इस्तेमाल करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
ऐप को Google Play Store और Apple App Store दोनों से डाउनलोड किया जा सकता है। इसे वेब से भी एक्सेस किया जा सकता है। अगर आप इस प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाना चाहते हैं, तो आपको एक वैलिड फोन नंबर की आवश्यकता होगी। यह देखना दिलचस्प होगा जब Koo भारत में ट्विटर को टेक ओवर कर लेगा।