नई दिल्ली: जल्द ही आपको भारत में मिलने वाले स्मार्टफोन में भारतीय जीपीएस नाविक मिलेगा। भारतीय अंतरिक्ष शोध संगठन (इसरो) और चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी शाओमी के बीच इस संबंध में बातचीत चल रही है। यदि ये बातचीत का परिणाम सकारात्मक रहा है, जो स्मार्टफोन उपभोक्ताओं को भारतीय जीपीएस नाविक की सुविधा मिलेगी।
इसरो के एक अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी दी है। अमेरिकी चिप निर्माता कंपनी क्वॉलकॉम इसरो के साथ मिलकर नाविक के लिए चिप तैयार कर रही है। पिछले साल अक्टूबर में इस संबंध में घोषणा की गई थी। इसरो और क्वॉलकॉम के बीच पिछले साल जुलाई यानी जुलाई 2019 से बातचीत चल रही है। इसरो के एक अधिकारी ने बताया कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो शाओमी अगले 7 महीने में NavIC चिप वाले स्मार्टफोन लॉन्च कर सकेगी।
उन्होंने कहा कि नाविक उपभोक्ताओं को स्टैंडर्ड पोजिशनिंग सर्विस (एसपीएस) मुहैया कराएगा। प्राधिकृत उपभोक्ताओं को एनक्रिप्टेड रिस्ट्रिक्टेड सर्विस दी जाएगी। इसका इस्तेमाल जमीन, हवाई एवं समुद्री आवागमन के साथ ही वाहनों को ट्रैक करने, आपदा प्रबंधन, मोबाइल फोन में एकीकरण आदि में किया जा सकता है।
नाविक भारतीय रिजनल सैटेलाइट निवेगेशन सिस्टम है। भारत में 30 से ज्यादा कंपनियां एआरएआई और आईसीएटी द्वारा अपरूव व्हीकल ट्रैकर का निर्माण कर रहे हैं। ये चिपसेट भारत समेत भारतीय सीमा से 1,500 किलोमीटर तक के दायरे में सटीक भौगोलिक स्थिति बताने में सक्षम होंगे। ये सेवा के दायरे वाले इलाके में 20 मीटर से भी अधिक सटीकता के साथ भौगोलिक स्थिति बता सकेंगे।