सास ने की दामाद की जबरदस्त खातिरदारी, यकीन ना तो आप भी देखें वीडियो

सोशल मीडिया पर एक वीडियो पिछले कुछ दिनों से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक सास अपने दामाद की खातिरदारी करती हुईं दिख रही हैं।

A Lady Prepares 67 Dishes For Visiting Son-in-law Video Gone Viral on Social Media
सास ने दामाद की जबरदस्त खातिरदारी, देखें वायरल वीडियो 
मुख्य बातें
  • दामाद की खातिरदारी कर रहीं एक सास का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
  • इस वीडियो को अभी तक लगभग दो लाख लोग देख चुके हैं, हजारों लोग लाइक कर चुके हैं
  • वीडियो दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश का बताया जा रहा है

नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर आए दिन कई वीडियो वायरल होते रहते हैं और वीडियो तो ऐसे होते हैं जिन पर जमकर मीम्स शेयर होते हैं। लेकिन यहां हम आपको एक ऐसा वीडियो दिखाने जा रहे हैं जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है। कई लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि ऐसा ससुराल औऱ सास उन्हें भी मिले। इस वीडियो को लाखों लोग अभी तक देख चुके हैं। वीडियो दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश का बताया जा रहा है।

वायरल हुआ वीडियो
आपने अक्सर 56 भोग के बारे में ही सुना होगा लेकिन इस वीडियो में दिख रहा है कि षष्ठी पर्व के दिन एक सास ने अपने दामाद की खातिरदारी में अलग-अलग प्रकार के 67 भोग तैयार किए हैं यानि 67 प्रकार की अलग-अलग डिशेज। वीडियो को ट्विटर पर अनंत रूपानागुड़ी नाम के यूजर ने साझा किया है जिसे अभी तक लगभग 2 लाख लोग देख चुके हैं जबकि डेढ़ हजार से अधिक लोग रिट्वीट कर चुके हैं और साढ़े पांच हजार लोग लाइक कर चुके हैं। इसके अलावा 580 लोग कमेंट कर चुके हैं।

लोग कर रहे हैं जमकर कमेंट
अनंत ने वीडियो साझा करते हुए लिखा, 'इस महिला ने अपने दामाद के लिए एक 67 प्रकार के भोजन तैयार किए हैं। जिसमें एक स्वागत पेय, स्टाटर, चाट, मेन कोर्स और डेसर्ट शामिल हैं! वाह!' एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, 'दामाद को यह सब  भोजन बनाना भी सिखाया जाना चाहिए। ताकि वह बाद में अपनी पत्नी और अपने माता-पिता के लिए खाना बना सके।' वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, 'उम्मीद है कि वह अपनी बहू का भी इसी तरह स्वागत करेंगी।'

क्या है षष्ठी परंपरा    
दरअसल यहां षष्ठी नाम की एक परंपरा है और इसे ज्येष्ठ महीने के दौरान शुक्लपक्ष की छठी तिथि को मनाया जाता है। एक उत्सव की तरह मनाए जाने वाले इस पर्व में सास के द्वारा दामाद की खूब सेवा और खातिरदारी की जाती है और उनके अच्छे स्वास्थ्य तथा सेहत की कामना की जाती है। सास इस दिन सुबह उठकर पूजा पाठ कर बेटी और दामाद के आने का इंतजार करती हैं फिर आने पर उनकी पूजा करती हैं तथा खूब आवभगत होती है।

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