जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन (Srinagar Tulip Garden) 25 मार्च से आम लोगों के लिए खोल दिया गया है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक पहुंच रहे हैं और गार्डन में खिले ट्यूलिप के साथ सेल्फियां भी ले रहे हैं गौर हो कि पिछले साल कोरोना संक्रमण के चलते गार्डन को आम लोगों के लिए मार्च 2020 में बंद कर दिया गया था।
पिछली बार 13 लाख ट्यूलिप लगाए गए थे और इस बार यह संख्या बढ़ाकर 15 लाख की गई है। इस बार करीब 64 किस्मों के ट्यूलिप लगाए गए हैं। कुछ नई किस्म के ट्यूलिप विदेश से आयात किए गए हैं।
पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा था कि 25 मार्च का दिन जम्मू-कश्मीर के लिए बेहद खास है। ट्यूलिप गार्डन को पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा जिसमें 15 लाख ट्यूलिप के फूलों की 64 प्रजातियां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेंगी...
ट्यूलिप गार्डन एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन है यह लगभग 30 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला हुआ है पूर्व में सिराज बाग के नाम से मशहूर इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन का 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद द्वारा उद्घाटन किया गया था।
ट्यूलिप के फूल औसतन तीन-चार सप्ताह तक रहते हैं, लेकिन भारी बारिश या बहुत अधिक गर्मी इन्हें नष्ट कर सकती है, पुष्प कृषि विभाग चरणबद्ध तरीके से ट्यूलिप के पौधे लगाता है ताकि फूल एक महीने या उससे अधिक समय तक बगीचे में रहे।
पहले अनुच्छेद 370 के हटने और कोविड के चलते लगे लॉकडाउन के बाद से पर्यटकों की संख्या में आई गिरावट से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए पर्यटन विभाग पूरा प्रयास कर रहा है।
कोविड को ध्यान में रखते हुए कई कदम उठाएं गए हैं। ट्यूलिप गार्डन के एंट्री गेट पर टिकट काउंटर बढ़ाए गए हैं ताकि भीड़ कम हो। वहीं अंदर जाने से पहले पर्यटकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है।
फोटो साभार-AP
फोटो साभार-AP
फोटो साभार-AP