मेलबर्न: आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन ने बृहस्पतिवार को गर्मागरम समोसे और आम की स्वादिष्ट चटनी का लुत्फ उठाया। इसके बाद उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से वादा किया कि अगली बार व्यक्तिगत रूप से मिलने से पहले वह अपनी रसोई में गुजराती खिचड़ी पकाएंगे। दोनों नेताओं ने कोविड-19 महामारी के बीच आयोजित भारत-आस्ट्रेलिया के प्रथम वर्चुअल शिखर सम्मेलन के दौरान ऐसे ही कुछ हल्के-फुल्के पल साझा किये।
साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी द्वारा 'होलोग्राम' तकनीक से किए गए चुनाव प्रचार का जिक्र करते हुए आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह मुझे चौंकाता नहीं है कि इन परिस्थितियों में हम किस तरह से (वर्चुअल) मिलना जारी रखेंगे। आप उनमें से हैं, जिन्होंने होलोग्राम तकनीक का अपने चुनाव प्रचार में कई साल पहले इस्तेमाल किया था। हो सकता है कि अगली बार हमारे पास यहां आपका एक होलोग्राम होगा।'
मॉरीसन ने कहा, 'मैं समोसे के लिये आपका शुक्रिया अदा करता हूं...सप्ताहांत में इसे लेकर हमने खूब आनंद उठाया है।' उन्होंने इस बारे में ट्वीट करते हुए यह बात कही।उन्होंने कहा कि उनकी दिली इच्छा थी कि वह उस चीज के लिये वहां पहुंच पाते, जो मोदी की झप्पी के रूप में मशहूर है और आमने सामने की मुलाकात में वह भारतीय समकक्ष से अपना समोसा साझा कर पाते।
उन्होंने कहा, 'अगली बार, गुजराती खिचड़ी होगी। अगली बार व्यक्तिगत रूप से मिलने से पहले मैं इसे रसोई में पकाने की कोशिश करूंगा।' मॉरीसन का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आपका समोसा भारत में चर्चा का विषय बन गया है। जैसा कि आपने खिचड़ी के बारे में बात की, गुजराती यह जानकर खुश होंगे। आस्ट्रेलिया में काफी संख्या मे गुजराती रह रहे हैं। हालांकि, खिचड़ी एक बहुत सामान्य व्यंजन है जिसे देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है।'
पिछले दिनों ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिशन के समोसे को लेकर दी गई दावत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कबूल कर लिया था। उन्होंने मॉरिशन के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा था कि एक बार हम कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक जीत हासिल कर लेते हैं फिर साथ बैठकर समोसा जरूर खाएंगे।