Bull Fight: गोवा में आज भी कौतुहल जगा रहा है बुलफाइट,स्थानीय लोग इसे 'धीरियो' पुकारते हैं

Bull Fight in Goa: बुलफाइट गोवा के तटीय क्षेत्रों में अभी भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, लोगों में इसे लेकर बहुत क्रेज देखा जा रहा है।

BULL FIGHT
इस बुलफाइट में दो विशेष रूप से पाले हुए सांड़ शामिल होते हैं जिनकी काया बिल्कुल तंदरुस्त और सींग एकदम नुकीले होते हैं (प्रतीकात्मक फोटो) 

पणजी: जल्दबाजी में टाइप किया गया एक व्हाट्सएप मैसेज..हालांकि टाइपिंग में थोड़ी गड़बड़ी भी है, लेकिन इसके माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश कि गोवा के सिरिडाओ बीच के पास 'रॉकी' और 'टायसन' के बीच जबरदस्त मुकाबला। जी हां, आप गलत समझ रहे हैं। यह संदेश किसी मुक्केबाजी मैच के लिए आमंत्रण का नहीं है। हौले-हौले यह बात अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने की कोशिश कि आइए, और दो सांड़ों की अवैध फाइट को देखने का लुत्फ उठाइए। 

हाल के दिनों में दो अलग-अलग बुलफाइट मुकाबले में दो सांड़ों की मौत हो गई। इस बुलफाइट को स्थानीय लोग 'धीरियो' पुकारते हैं। बहरहाल, इस बुलफाइट में दो सांड़ों की मौत से गोवा के गौरक्षकों और पशु अधिकार कार्यकर्ताओं की भृकुटि तन गई। वे अब चाहते हैं कि राज्य सरकार ऐसे मुकाबलों पर रोक लगाए। हालांकि बांबे हाईकोर्ट ने इस पर 1996 से ही प्रतिबंध लगा दिया था।

रिंग से बाहर जाने वाले सांड़ को पराजित मान लिया जाता है

गौ-वंश रक्षा अभियान के अध्यक्ष हनुमंत परब के मुताबिक, प्रतिबंध के बावजूद गोवा के गांवों में ये बुलफाइट आम है। हमने कई शिकायतें दर्ज की हैं, लेकिन पुलिस अक्सर इन पर कोई ध्यान नहीं देती है। गौ-वंश रक्षा अभियान एक एनजीओ है जो गोवा में आवारा और परित्यक्त मवेशियों की देखभाल करता है। इस बुलफाइट में दो विशेष रूप से पाले हुए सांड़ शामिल होते हैं जिनकी काया बिल्कुल तंदरुस्त और सींग एकदम नुकीले होते हैं। दोनों अपना सिर आपस में टकराते हैं और जब तक कि कोई रिंग से दूर नहीं होता तब तक हार-जीत का फैसला नहीं होता। रिंग से बाहर जाने वाले सांड़ को पराजित मान लिया जाता है।

सांड़ कभी-कभी एक विशिष्ट रंगीन के कपड़े पहनते हैं

बुलफाइट में भाग लेने वाले सांड़ कभी-कभी एक विशिष्ट रंगीन के कपड़े पहनते हैं जैसे कि मुक्केबाज पहनते हैं।चूंकि इस तरह की बुलफाइट अवैध होती हैं, अतएव इन्हें देखने के लिए बहुत ही कम समय के अंतराल पर (अधिकतम एक घंटे) सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों व निजी समूहों को सूचित किया जाता है। निमंत्रण के अलावा, सांड़ के मालिक अक्सर ऐसे प्रतिबंधित समूहों को अपने साड़ों से लड़ने की चुनौती देते हैं, अथवा उन्हें ललकारते हैं।

सांड़ का मालिक जीतने पर 1 से 5 लाख रुपये तक कमा सकता है

फुटबॉल के अलावा बहुत कम ही ऐसे खेल हैं जो इस तरह का जोश जगाते हैं, कौतुहल पैदा करते हैं जैसा कि बुलफाइटिंग करता है। इस खेल में सट्टेबाजी भी खुलकर होती है।

उत्तरी गोवा के सियोलिम गांव के एक सांड़ मालिक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अगर कोई सांड़ बहुत लोकप्रिय हो जाता है और उसके नाम कई जीत दर्ज होती हैं तो उस सांड़ का मालिक जीतने पर एक ही मुकाबले में 1 से 5 लाख रुपये तक कमा सकता है।

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