Beedi worker Donation: दिलदार निकला केरल का वो बीड़ीवाला, वैक्सीन के लिए 2 लाख रुपए किया दान

एक बीड़ी बनाने वाली की कमाई कितनी होगी। इस सवाल का जवाब होगा बहुत कम। लेकिन केरल के बीड़ी वाले ने वैक्सीन के लिए अपनी कमाई का दो लाख दान किया।

Beedi worker Donation: दिलदार निकला केरल का वो बीड़ीवाला, वैक्सीन के लिए 2 लाख रुपए कर दिया दान
जरूरतमंदों तक वैक्सीन के लिए केरल के बीड़ी वाले ने दो लाख का किया दान 
मुख्य बातें
  • केरल के बीड़ीवाले ने 850 रुपए खाते में छोड़ 2 लाख रुपए किया दान
  • जरूरतमंदों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए केरल सीएम डिस्ट्रेस रिलीफ फंड में की भागीदारी
  • केरल के वित्त मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी

कहते हैं कि आपके पास पैसे हो या ना हो दिल बड़ा होना चाहिए। यहां जिस शख्स का जिक्र हो रहा है वो पेशे से बीड़ी बनाते हैं। लेकिन जब अपने चारों तरफ कोरोना महामारी को देखा तो उन्होंने बड़ा फैसला किया जिसकी तारीफ हो रही है। बीड़ी बनाने वाले उस शख्स ने कोविड वैक्सीन की खरीदारी के लिए 2 लाख रुपए दान किए। केरल के कन्नूर के रहने वाले उस शख्स ने सीएम डिस्ट्रेस रिलीफ फंड में दो लाख रूपए दान दिए ताकि वैक्सीन जरूरमंदों को मिल सके। 2 लाख की राशि दान देने के बाद उसके खाते में महज 850 रुपए हैं लेकिन उसे खुशी है कि वो समाज के काम आ रहा है। 

केरल के बीड़ीवाले ने वैक्सीन के लिए किया दान
बीड़ी बनाने वाले उस शख्स के बारे में राज्य के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने खुद ट्वीट के जरिए जानकारी दी। बैंक कर्मचारियों को उनके उदार दान से बहुत आश्चर्य हुआ। उनकी वित्तीय स्थिति के बारे में जानते हुए, उन्होंने उनसे इस फैसले के बारे में बात की, लेकिन कर्मचारी एक महान नेक काम के लिए पैसे देने के बारे में अड़े थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि इसे सीएम के संकट निधि के लिए दान कर दिया जाना चाहिए और साथ ही उन्हें आश्वस्त करना चाहिए कि उनका नाम लोगों के जानने के लिए सार्वजनिक डोमेन में नहीं आएगा।

सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा
इसके अलावा, कार्यकर्ता ने कहा कि वह आजीविका के लिए उपचार जारी रखेगा और वह एक विकलांगता पेंशन का हकदार है जो उसे आना चाहिए। इसलिए, उनके बैंक खाते में कम धनराशि उन्हें परेशान नहीं करती थी।राज्य के सीएम, पिनारयी विजयन ने एक प्रेस वार्ता में उनके इशारे की सराहना की। उन्होंने कहा कि आदमी ने इस तथ्य पर जोर दिया था कि पैसा दांव पर मानव जीवन की लागत से अधिक नहीं है।रविवार को उन्होंने ट्वीट कर राज्य को आगे आने और सीएमआरडीएफ को दान देने की अपील की। इस कहानी के साथ, उनका मानना ​​है कि अधिक लोगों को सभी के लिए टीके सुनिश्चित करने की दिशा में थोड़ा योगदान करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

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