Eid 2020 Date, Chand Timing in India: पवित्र रमजान का महीने अब पुरा होने को है। मुसलमान रमजान के बाद अगले दिन ईद मनाते हैं। इस्लामिक कैलेंडर में नवां महीना यानी रमजान बेहद अहमियत रखता है। मुसलमान इस दौरान अल्लाह की इबादत करते हैं और बिना कुछ खाए पिए रोजे रखते हैं। जब रमजान खत्म हो जाता है तो शव्वाल का महीना आता है। ईद शव्वाल महीने के पहले दिन पड़ती है। इसे ईद-उल-फितर या मीठी भी कहते हैं। वहीं, कुछ लोग इसे सेवइयों वाली ईद भी कहते हैं। इस दिन घर में मीठे पकवान बनाए जाते हैं और लोग एक दूसरे से गले मिलकर सारे गिले-शिकवा दूर करते हैं।
रोजे क्यों रखे जाते हैं?
रमजान के दौरान मुसलमान 30 दिन तक उपवास रखते हैं जिन्हें रोजे कहा जाता है। रमजान में रोजे रखने खो फर्ज करार दिया गया है। ऐसा इसलिए ताकि इंसान को भूख-प्यास का अहसास हो सके और वह दूसरों को दूख दर्द को समझकर सही रास्ते पर चले। रोजे रखने के लिए सुबक के वक्त सेहरी किया जाता है। वहीं, शाम को रोजा खोलने के लिए समय इफ्तारी की जाती है। हालांकि, रमजान में बुजुर्गों, बीमार लोगों, यात्रियों गर्भवति महिला और मासिक धर्म होने पर रोजे रखने की बाध्यता नहीं होती।
भारत में कब होगी ईद?
रमजान के बाद लोगों को ईद के चांद का बेसब्री से इंतजार रहता है। ईद के दिन सभी एक दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद देते हैं और अमन व बरकत की दुआ मांगते हैं। हालांकि, ईद उल-फित्र की तारीख, एक देश से दूसरे में भिन्न होती है। यह चांद के दीदार के हिसाब से मनाई जाती है। दरअसल, हिजरी या इस्लामी कैलेंडर चांद के मुताबिक होता है। लोगों को 23 मई, शनिवार को यानी आज रात चांद का इंतजार रहेगा। अगर भारत में शनिवार रात को चांद देखा जाता तो ईद-उल-फितर 24 मई, रविवार को मनाई जाएगी। वहीं, शनिवाक को चांद दिखाई नहीं देने पर भारत में ईद सोमवार को मनाई जाएगी।