Chocolate Ganesha Idol: साल 2020 शायद दो चीजों के लिए जाना जाएगा एक घातक महामारी से गुजरने और इसके प्रभावों से उबरने के लिए है, दूसरा वैकल्पिक और स्थायी तरीके हैं जिसमें इस वर्ष उत्सव मनाये जा रहे हैं। इस वर्ष, गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2020) को पर्यावरण के अनुकूल मूर्तियों के साथ मनाया जा रहा है जो उन सामग्रियों से बनी होती हैं, जो प्रकृति के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करती हैं। केवल इतना ही नहीं, बल्कि खाद्य सामग्रियों से भी भगवान गणपति की मूर्तियां बनाई जा रही हैं।
हाल ही में, सूखे फलों से बनी भगवान गणेश की मूर्ति के वायरल होने के बाद, चॉकलेट से बनी गणेश जी की मूर्ति सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। यह लुधियाना के एक रेस्तरां के हरजिंदर सिंह कुकरेजा के दिमाग की उपज थी। उन्होंने आविष्कारशील और स्वादिष्ट दिखने वाली रचना का वीडियो पोस्ट करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया।
कुकरेजा पिछले पांच सालों से इसे बना रहे हैं। उन्होंने बताया, "चॉकलेट गणपति को बनाने में हमें 10 दिन, 10 शेफ और 40 किलोग्राम चॉकलेट लगी।" इसके साथ, वह लोगों को गणेश चतुर्थी को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। वीडियो के अलावा, उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर उसी की एक तस्वीर भी पोस्ट की।
ये मूर्ति सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बनाई गई है बल्कि इसके पीछे एक नेक उदेश्य छिपा हुआ है, चॉकलेट गणपति को दूध में डुबोया जाएगा और इससे बनने वाले चॉकलेट दूध को अल्पपोषित बच्चों को वितरित किया जाएगा।
नेटिजंस ने कुकरेजा के इस प्रयास को खासा सराहा है। एक यूजर्स इसे देखकर सबसे अधिक विस्मय में थे! उन्हें इस बात की तस्दीक की गई थी कि दुनिया की सबसे पसंदीदा खाद्य वस्तु में से कुछ इतना सुंदर बनाया जा सकता है। वहीं एक अन्य यूजर्स ने टिप्पणी की, "प्रक्रिया गहन है, फिर भी परिणाम प्रभावशाली है। पृथ्वी और मैं आपके ईमानदार प्रयास और साझा करने के लिए धन्यवाद देते हैं।"