वाशिंगटन : अमेरिका में दो सप्ताह पहले अफ्रीकी मूल के नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस यातना से मौत के बाद यहां एक बार फिर नस्ली भेदभाव का मुद्दा गरमा गया है। अमेरिका के शहर मिनियापोलिस में एक श्वेत पुलिस अधिकारी की ज्यादती से दम तोड़ने वाले जॉर्ज के लिए दुनियाभर में न्याय की मांग उठ रही है। न केवल अमेरिका, बल्कि ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, इंग्लैंड सहित कई देशों में नस्लभेद के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन हुए हैं।
अमेरिका में पिछले करीब दो सप्ताह से प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। कई राज्यों में प्रदर्शन अमूमन शांतिपूर्ण रहे, लेकिन न्यूयार्क, वाशिंगटन सहित कई शहरों में भीड़ उग्र हो गई, जिसे देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई और कर्फ्यू भी लगाया गया। कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए प्रर्दशनकारियों को आगाह किया जा रहा है, पर वे न्याय की अपनी मांग पर डटे हुए हैं और उन्होंने प्रदर्शन जारी रखने का फैसला किया है।
अमेरिका में जारी प्रदर्शन में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इस दौरान ह्यूस्टन से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यहां प्रदर्शन में 5 साल की एक मासूम भी अपने घरवालों के साथ शामिल हुई, लेकिन भारी भीड़ और सामने पुलिस को देखकर उसका सब्र टूट पड़ा था। वह लगातार रो रही थी और तभी एक पुलिस अफसर की नजर उस पर पड़ी।
पुलिस अधिकारी जब बच्ची के पास पहुंचे तो उसने बड़ा मासूम सा सवाल किया, 'क्या आप हमें शूट करने जा रहे हैं?' पांच साल की उस बच्ची के सवाल पर कुछ देर के लिए पुलिस वाले भी अचंभित रह गए, पर वह फौरन घुटने के बल बैठ गए और उसे आश्वस्त किया कि ऐसा कुछ नहीं हो जा रहा। उन्होंने बच्ची से यह भी कहा कि वे उनकी सुरक्षा के लिए यहां हैं, न कि उन्हें किसी तरह का नुकसान पहुंचाने के लिए।
अधिकारी ने बच्ची को आश्वस्त करते हुए कहा, 'हम यहां आपकी सुरक्षा के लिए हैं, आपको नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं। आप प्रदर्शन कर सकते हैं, पार्टी कर सकते हैं, आप जो चाहें कर सकते हैं, बस किसी तोड़फोड़ में शामिल न हों।' बच्ची के पिता ने यह वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया, जिसमें उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारी ने किस तरह बच्ची को आश्वस्त किया।