नई दिल्ली: साइंस की बदौलत आदमी के जीवन में कई तरह के बदलाव आए हैं। साइंस की बदौलत ही स्पर्म डोनेशन जैसी तकनीक सामने आई, जिसके जरिए उन दंपति को बड़ी मदद मिली जिन्हें संतान के जन्म को लेकर दिक्कत आ रही थी। 23 साल की कियानी का जन्म भी इसी तकनीक यानि स्पर्म डोनेशन के जरिए हुआ। जब कियानी बड़ी हुई तो कियानी को पता चला कि उसका परिवार दूसरों से अलग दिखता है। एक मां-बाप होने की बजाय कियानी को दो मां थी। लेस्बियन परिवार में जन्मी 23 वर्षीय कियानी ने द मिरर को बताया, 'मैंने अन्य बच्चों को उनके पिता के साथ देखा और मैंने सोचा मेरे पास ऐसा क्यों नहीं है?' और जब मैं लगभग चार साल की थी, तो मैंने सवाल पूछना शुरू कर दिया।'
मां ने कियानी को बताई थी ये कहानी
अमेरिका के फ्लोरिडा में रहने वाली कियानी आगे बताती हैं, 'मेरी माँ ने कहा कि उसे बच्चे की बहुत चाहत थी इसलिए वह मदद के लिए डॉक्टर के पास गई। फिर उसने एक विशेष बीज निकाला और मम्मी के पेट में लगा दिया।' कियानी जैसे- जैसे वह बड़ी होती गई तो उसे चीजें समझ आने लगी और पता चल गया कि मां ने स्पर्म डोनर के जरिए उसे पैदा किया है। हालाँकि वह अपने बचपन से संतुष्ट थी, लेकिन वह अक्सर सोचती थी कि उसका पिता कौन है।
ऐसे खोज निकाला पिता को
कियानी हर फार्दर्स डे पर कार्ड बनाती थी लेकिन किसी को दे नहीं पाती थी। एक रोज कियानी ने तय किया कि वह अपने असली पिता का पता लगाकर रहेगी। कियानी बताती हैं कि स्पर्म डोनेट करने वाली की प्रोफाइल निजी प्रोफ़ाइल थी, जिसका अर्थ है कि उसके स्पर्म से गर्भ धारण करने वाले बच्चे उसके बारे में कुछ नहीं जान सकते थे। लेकिन डोनर कंपनी के प्रमोशनल वीडियो में कियानी के असली पिता ने अपना मन बदलकर पल्बिक कर दिया, यानि अब प्रोफाइल कोई भी देख सकता था, यानि कियानी अपने पिता से संपर्क कर सकती थी।
लगा चुकी है 60 भाई-बहनों का पता
पिता का पता लगाने के बाद कियानी ने अपने भाई-बहनों को खोजना शुरु किया और स्पर्म से पैदा हुए बच्चों को खोजने के लिए दिन रात एक कर दिए। अपने मिशन में मिली कामयाबी की बदौलत कियानी अभी तक अपने 60 भाई -बहनों का पता लगा चुकी हैं। कईयों से उसकी मुलाकात होते रहती है। कुछ भाई-बहन, कनाडा, न्यूजीलैंड तथा ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं। अमेरिकी के फ्लोरिडा में ही रहने वाले उसके 12 भाई- बहन अक्सर मुलाकत करते रहते हैं। फिलहाल कियानी का मिशन अभी खत्म नहीं हुआ है।