नई दिल्ली: देश में दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन रहा है जिसका निर्माण कार्य तेजी पर है और जल्द ही ये प्लेटफॉर्म बनकर तैयार हो जाएगा, दक्षिण पश्चिम रेलवे जोन का मुख्यालय हुबली स्टेशन एक ऐसा प्लेटफार्म बना रहा है, जो भारत और दुनिया के सबसे बड़े गोरखपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म को पछाड़ देगा। रेलवे जोन के प्रवक्ता ने कहा, प्लेटफॉर्म नंबर एक को 10 मीटर चौड़ाई के साथ 550 मीटर लंबाई से 1,400 मीटर तक बढ़ाया जाएगा। वर्तमान में, गोरखपुर में दुनिया का सबसे लंबा 1,366 मीटर का प्लेटफॉर्म है।
गौरतलब है कि गोरखपुर उत्तर पूर्व रेलवे क्षेत्र का मुख्यालय है। सबसे बड़ा प्लेटफार्म हुबली और बेंगलुरु के बीच दोहरीकरण कार्य के हिस्से के रूप में बन रहा है, जिसमें स्टेशन पर प्लेटफार्मों की संख्या को पांच से आठ तक बढ़ाया जा रहा है। सिग्नलिंग, इलेक्ट्रिकल और अन्य कार्यों को शामिल करते हुए यार्ड रिमॉडलिंग के काम पर 90 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह कार्य नवंबर में शुरू हुआ था और आने वाले अगले साल तक यह पूरा हो जाएगा।
यह गोरखपुर रेलवे स्टेशन को करीब 34 मीटर से पछाड़ेगा जिसकी लंबाई 1,366 मीटर है गोरखपुर रेलवे स्टेशन में पुनर्निर्मित प्लेटफॉर्म आधिकारिक तौर पर वर्ष 2013 में दुनिया का सबसे लंबा बन गया था इससे पहले सबसे लंबा प्लेटफार्म पश्चिम बंगाल राज्य में खड़गपुर का था, जिसमें सबसे लंबा प्लेटफॉर्म 1072 मीटर थी।
हुबली में मौजूदा प्लेटफॉर्म, जो पहले से ही 550 मीटर लंबा है उसको एक साल में 1,400 मीटर तक बढ़ाया जाएगा। "यह काम हुबली और बेंगलुरु के बीच दोहरीकरण के हिस्से के रूप में किया जा रहा है। इस प्लेटफॉर्म की संख्या 5 से बढ़ाकर 8 की जा रही है। वर्तमान निरीक्षण कैरिज लाइन को एक पूर्ण प्लेटफॉर्म में परिवर्तित किया जा रहा है। एसडब्ल्यूआर की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ई विजया ने 'टाइम्स नाउ' को बताया कि वर्तमान प्लेटफॉर्म नंबर 1 को 10 मीटर चौड़ाई के साथ 550 मीटर से लेकर लगभग 1400 मीटर तक बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुल काम की लागत 90 करोड़ रुपये आंकी गई है, नवंबर 2019 में काम शुरू हुआ और 2020 के अंत तक पूरा होने की संभावना है। स्टेशन को 2020 के अंत तक तीन और प्लेटफॉर्म मिलेंगे, जो कुल संख्या को 8 तक बढ़ाएंगे।नया प्लेटफॉर्म दोनों दिशाओं से ट्रेनों को भेजने में सक्षम होगा। मुख्य निर्माण के अलावा, स्टेशन के लिए एक तीसरा प्रवेश द्वार भी निर्माणाधीन है। वर्तमान में, स्टेशन में दो प्रवेश और निकास द्वार हैं।