ये दुनिया अजीबोगरीब चीजों से भरी हुई है। खाने-पीने से लेकर, कपड़े, घूमने और जगहों के नाम तक अजीबोगरीब हैं। इतना ही नहीं दुनियाभर में कई अजीबोगरीब परंपराएं भी निभाई जाती हैं। लेकिन, भारत में एक गांव ऐसा है जहां लोग अपने बच्चों का नाम अंग्रेजी शब्दों में रखते हैं। क्योंकि, इस गांव के लोगों को अंग्रेजी से खासा प्यार है। हैरानी की बात ये है कि जो लोग सही से अंग्रेजी नहीं बोल पाते वो भी अपने बच्चे का नाम अंग्रेजी शब्दों में ही रखते हैं। हो सकता है ये बात सुनकर आपको अजीब लग रहा हो, लेकिन यह सच है। तो आइए, जानते हैं इस गांव के बारे में...
मेघालय के खासी हिल्स जिले स्थित इस गांव का नाम है उमनिउ-तमर एलाका। यहां के लोग अपने बच्चे का ऐसा नाम रखते हैं, जिसे सुनकर लोगों को हंसी भी छूट जाती है। क्योंकि, इस गांव में लोगों के नाम इटली, अर्जेंटीना, स्वीडन, इंडोनेशिया, फ्रांस और अमेरिका जैसे देशों के नाम पर हैं। इसके अलावा प्रॉमिसलैंड, होलीलैंड और येरूशलम नाम के लोग भी इस गांव में बसे हैं। कहा जाता है कि इस गांव के लोग इसी तरह के नाम रखते हैं। दरअसल, यहां के लोगों को अंग्रेजी से काफी प्यार है और जो भी नाम दिमाग में आता है वही नाम बच्चे का रख दिया जाता है।
संडे, मंडे से लेकर ज्यूपिटर, प्लूटो तक हैं नाम
इसके अलावा संडे, मंडे, ट्यूस्डे जैसे नाम भी लोग अपने बच्चों के रखें हैं। लोगों ने ज्यूपिटर, प्लूटो और मार्स प्लानेट के नाम पर भी अपने बच्चों के नाम रखें हैं। कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें बिल्कुल ही अंग्रेजी नहीं आती वो भी दूसरों से सुनकर अपने बच्चों का नाम अंग्रेजी शब्दों में ही रखते हैं। खास बात यह है कि यहां के लोग उसी अंग्रेजी शब्द को नाम रखने के लिए चुनते हैं, जो थोड़ा फेमस होता है या फिर किसी के मुंह से या फिल्म में उन्होंने सुना होता है। इसके अलावा कुछ लोगों ने अपने नाम को अंग्रेजी से अपनी भाषा में कनवर्ट करके रखा है। यहां आपको बता दें कि बांगलादेश की सीमा से जुड़े इस गांव में 850 पुरुष और 916 महिलाएं रहती हैं। लेकिन, यह गांव नाम को लेकर काफी फेमस है।