समाज में राजनीतिक के बहकावे में आकर भले ही धर्म के नाम पर दंगे फसाद होते हों लेकिन धरातल पर आज भी हिंदू मुस्लिम के बीच सौहार्द बरकरार है और इस बात का सबूत हमें समय-समय पर देखने को मिलता है। भारत की समृद्ध परंपरा और संस्कृति की यही खूबसूरती इसे दुनिया से अलग बनाती है।
इंदौर के एक मुस्लिम शख्स ने अपने बेटे का नाम कृष्ण रखा है। दरअसल उनका बेटा कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पैदा हुआ था इसलिए इन्होंने इसका नाम कृष्ण रख दिया। हिंदू मुस्लिम सिख इसाई आपस में सब भाई-भाई ये सिर्फ एक कहावत भर नहीं है। अजीज खान नामक इस शख्स ने इसे चरिचार्थ भी कर दिखाया है।
मध्य प्रदेश के अजीज खान का 12 साल पहले एक लड़का हुआ था जो जन्माष्टमी के दिन ही पैदा हुआ था। श्री कृष्ण भगवान के जन्म के अवसर पर पैदा हुए अपने बेटे का नाम भी उन्होंने कृष्ण रख दिया। उसने बताया कि पहले उसका परिवार उसके इस फैसले के खिलाफ था लेकिन वे बाद में उससे सहमत हो गए। 12 साल पहले 23 अगस्त 2008 को मेरी पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया।
तब डॉक्टर ने फॉर्म पर भरने के लिए बेटे का नाम पूछा। इस पर मैंने फौरन अपने बेटे का नाम कृष्णा बता दिया क्योंकि उस दिन कृष्ण जन्माष्टमी थी। उसकी मां ने इस बात पर उसका काफी विरोध भी किया लेकिन उसने नाम नहीं बदला। यहां तक कि डॉक्टरों ने भी उसे इसके लिए टोका लेकिन इस पर अजीज ने कहा कि एक बेटेका नाम रखने काहक उसके पिता को है।