नई दिल्ली: लॉकडाउन के कारण रोजमर्रा की जिंदगी काफी बदल गई है। इसके चलते न सिर्फ इंसानों बल्कि मोहल्लों में रहने वाले जानवरों की भी परेशानी में इजाफा हुआ है। लावारिस कुत्तों को आम दिनों में खान के लिए कुछ न कुछ मिला जाता था मगर लोगों के घर में बंद होने से उन्हें अब इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। हालांकि, कई जगह पशु प्रेमी जानवारों की मदद को आगे आए हैं और सैकड़ों बेजुबानों को खाना खिला रहे हैं। ऐसी ही एक खबर कर्नाटक के मैंगलोर से सामने आई है जहां चार युवक रोजाना लावारिस कुत्तों को खाना खिलाते हैं। चारों युवक पिछले तीन सप्ताह से रोज चिकन बिरयानी की 100 से अधिक प्लेट तैयार करते हैं और उन्हें कुत्तों को खिला देते हैं।
सभी रेस्तरां और खाने की दुकानें बंद
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पेशेवर फिटनेस ट्रेनर एस विनयस कुमार शेट्टी और उनके दोस्त सड़कों पर मौजूद कुत्तों को चिकन बिरयानी देते हैं। शेट्टी ने कहा कि लावारिस कुत्तों को बहुत कम खाना मिलता है क्योंकि इस वक्त सभी रेस्तरां और खाने की दुकानें बंद हैं। उन्होंने कहा, 'हम कम से कम प्रशासन या दोस्तों के साथ अपनी कठिनाइयों को साझा कर सकते हैं, लेकिन सड़क पर उन कुत्तों के पास भूखे जिंदा रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इसलिए हमने उन्हें खाना खिलाना का फैसला किया।' शेट्टी के दोस्त निशाल पूजरे, पवन गनीगा और गगन गनिगा भी खाना बनाने और परोसने में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
बिरयानी में 25 किलो चावल का इस्तेमाल
खाना पकाने का काम शेट्टी के घर में किया जाता है और चिकन बिरयानी तैयार करने में 25 किलो चावल का इस्तेमाल होता है। इतना ही चारों युवक ने शुरू में अपनी इस पहल में खुद ही पैसे खर्च किए। लेकिन अब उन्हें दानदाताओं का समर्थन मिल रहा है। उनके कई दोस्त और शुभचिंतक चावल और अन्य सामान दान कर उनका समर्थन कर रहे हैं। शेट्टी ने कहा कि मैंने शुरू में सोशल मीडिया के जरिए अपने दोस्तों के साथ कुत्तों को खिलाने का आइडिया किया। मेरे कई दोस्तों और शुभचिंतकों ने इसका समर्थन करना किया। अब हमें बेहद खुशी है कि कुत्ते हर रोज सड़क पर हमारे वाहन का इंतजार करते हैं।