नई दिल्ली: पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के संकट से जूझ रही है। इस महामारी की वजह से भारत सहित विश्व के कई देशों में करोड़ों लोगों की नौकरी जा चुकी है और व्यापार ठप हो चुका है। संकट के इस समय में लोग किसी तरह से अपने खर्चों में कटौती कर रहे हैं और कई लोग जरूरतमंदों की मदद भी कर रहे हैं। लेकिन यहां जो मामला हम आपको बताने जा रहे हैं वो थोड़ा अलग है। यहां एक शख्स ने कोरोना के नाम पर पहले सरकार से मदद ली और बाद में इसी मदद के पैसों से उसने एक शानदार चमचमाती हुई लेम्बोर्गिनी कार खरीद ली।
कोरोना के नाम पर ली थी मदद
मामला अमेरिका के मियामी, फ्लोरिडा का है जहां एक शख्स को कथित रूप से छोटे व्यवसायों के लिए एक सरकार द्वारा जारी कोरोनावायरस राहत निधि का दुरुपयोग करते हुए पकड़ा गया है। डेविड टी. हाइन्स ने सरकार से मदद के नाम पर 4 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानि 29 करोड़ रुपये से अधिक लिए। सरकार द्वारा उन्हें ये पैसा 'पेचेक प्रोटेक्शन प्रोगाम' (पीपीपी) के तहत स्माल बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एसबीए) ऋण के रूप में दिया गया। पीपीपी का उद्देश्य छोटे कारोबारियों की मदद करना है।
ऐसे खर्च किए पैसे
अधिकारियों ने बताया कि हाइन्स के वित्तीय रिकॉर्ड की समीक्षा की तो उसमें कई हैरान करने वाले खुलासे हुए। हाइन्स ने इन पैसों से न केवल मंहगी कार खरीदी थी बल्कि इन पैसों से उसने लक्जरी गहने, महंगे कपड़े, मियामी बीच पर हॉलीडे मनाया और डेटिंग वेबसाइटों पर भी खूब पैसे उड़ाए। पुलिस जांच में इस बात का पता चला है कि हाइन्स ने इन पैसों में से अधिकांश पैसे अपने शौक पूरे करने के लिए खर्च कर दिए और इनका बिजनेस से कोई ताल्लुक नहीं था।
जब्त हुई कार
दरअसल हाइन्स ने झूठे दावे करते हुए ये पैसे एक लोन के तौर लिए थे। जैसे ही इस बात की सच्चाई बाहर निकलकर सामने आई है तो पुलिस विभाग ने डेविड हाइन्स को अऱेस्ट कर लिया है। हाइन्स पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया गया है। फिलहाल उनकी कार और बैंक में मौजूद धनराशि को जब्त कर लिया गया है। हाइन्स पर धोखाधड़ी के मामले के तहत केस दर्ज किया गया है।