प्रयागराज में चल रहे माघ मेले में गोमूत्र और गाय के गोबर से बने कई प्रोडक्ट बेचे जा रहे हैं। इससे बने साबुन, टूथपेस्ट, रूम फ्रेशनर, अगरबत्ती, आई ड्रॉप, पेन रिलीफ ऑयल और कई अन्य प्रोडक्ट बेचे जा रहे हैं। इन उत्पादों का निर्माण कानपुर के बिठूर की एक गौशाला में किया गया है और सबसे अधिक बेचे जानी दवाइयों में अपच, गठिया, मोतियाबिंद, मधुमेह और फेफड़ों के संक्रमण की दवाइयां हैं। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा संचालित गोशाला के मैनेजर अभिषेक बाजपेयी ने मीडिया को बताया कि यह पहली बार है कि ये प्रोडक्ट माघ मेले में बिक्री के लिए थे, हालांकि उनमें से कुछ ने 2013 और 2019 के कुंभ मेले के दौरान बाजार में शुरू किया गया था।
न्यूज 18 के मुताबिक बाजपेयी ने कहा कि हमारे पोडक्ट्स जैविक उर्वरकों, होम क्लीनर से लेकर आई ड्रॉप और दर्द निवारक तक होते हैं। जो लोग गोमूत्र और गोबर के औषधीय गुणों में विश्वास करते हैं, वे बड़ी संख्या में हमारे स्टॉल पर जा रहे हैं। प्रोडक्ट्स पहले से ही सभी आरएसएस या वीएचपी कैंप पर उपलब्ध हैं। देश भर में कैंप हैं। हम ऑनलाइन शॉपिंग साइटों के साथ रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं।
बाजपेयी ने आगे कहा कि हमारे प्रोडक्ट के ऑर्गेनिक वैल्यू हैं। आई केयर प्रोडक्ट आई विजन के बढ़ाने में मदद कर सकता है। गोमूत्र के अलावा, गोबर का उपयोग साबुन, फेस पैक और अगरबत्ती बनाने के लिए भी किया जाता है। आरएसएस, वीएचपी और अन्य हिंदू संगठनों के स्वयंसेवक इन प्रोडक्ट्स को बढ़ावा दे रहे हैं गोमूत्र देश भर में प्रमुख घटक के रूप विख्यात है।