लॉकडाउन में पारले-जी बिस्किट की रिकॉर्ड बिक्री, इंटरनेट यूजर्स ने ऐसे मनाया जश्‍न

Parle-G : लॉकडाउन के दौरान पारले-जी बिस्‍कुट ने बिक्री के नए रिकॉर्ड बनाए हैं, जिसके बाद यह सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है। इसे लेकर तरह-तरह के मीम्‍स शेयर किए जा रहे हैं।

लॉकडाउन में पारले-जी बिस्किट की रिकॉर्ड बिक्री, इंटरनेट यूजर्स ने ऐसे मनाया जश्‍न
लॉकडाउन में पारले-जी बिस्किट की रिकॉर्ड बिक्री, इंटरनेट यूजर्स ने ऐसे मनाया जश्‍न  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • लॉकडाउन के दौरान पारले-जी बिस्‍कुट की रिकॉर्ड बिक्री हुई है
  • पारले-जी बिस्‍कुट अब सोशल मीडिया पर छाया हुआ है
  • लोगों ने इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी है और मीम्‍स शेयर किए हैं

नई दिल्‍ली : देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के कारण जहां अधिकांश कारोबारों को नुकसान हुआ है, वहीं पारले-जी बिस्‍कुट के कारोबार ने इस दौरान बिक्री के कई पुराने रिकॉर्ड ध्‍वस्‍त करते हुए नए कीर्तिमान बनाए। लॉकडाउन के दौरान बीते अप्रैल-मई माह में पारले-जी की रिकॉर्ड बिक्री हुई, जिसके बाद यह सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है। 

सोशल मीडिया पर छाया पारले-जी

यह बिस्‍कुट देशभर में खासा लोकप्रिय है, ज‍िसे आम तौर पर लोग चाय या दूध में डिप कर लेना पसंद करते हैं। खासकर बच्‍चों में इसकी लोकप्रियता खूब है। इस बीच बिस्‍कुट के ब्रांड ने जब लॉकडाउन के दौरान बिक्री के नए रिकॉर्ड बनाए तो इंटरनेट यूजर्स ने इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी है। कई लोगों ने जहां इसे भावनाओं से जुड़ा बताया है, वहीं इसे लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के मीम्‍स भी शेयर किए जा रहे हैं। 

यहां देखें सोशल मीडिया पर लोगों ने पारले-जी को लेकर किस तरह की प्रतिक्रिया दी है : 

लॉकडाउन में पारले-जी रिकॉर्ड बिक्री

यहां उल्‍लेखनीय है कि लॉकडाउन के दौरान अप्रैल, मई में पारले-जी बिस्‍कुट की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। पारले प्रोडक्ट्स के वरिष्ठ अधिकारी मयंक शाह ने बताया कि महामारी के दौरान खाद्य राहत पैकेट बांटने वाले एनजीओ और सरकारी एजेंसियों ने भी पारले-जी बिस्किट को तरजीह दी, क्योंकि यह बेहद किफायती है और दो रुपये में भी मिलता है। साथ ही यह ग्लूकोज का भी अच्छा स्रोत है।

पिछले 4 दशक में पहली बार इतनी वृद्धि

उन्होंने बताया कि पारले-जी बिस्‍कुट की बिक्री में लॉकडाउन के दौरान जबरदस्‍त वृद्धि हुई, जिसके परिणामस्‍वरूप लॉकडाउन के दौरान बाजार में पारले की हिस्सेदारी में 4.5 से पांच फीसदी की वृद्धि हुई। मयंक शाह के मुताबिक, बीते 30-40 साल में यह पहली बार है, जब इस बिस्‍कुट की बिक्री में इतनी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि इससे पहले सुनामी और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी पारले- जी की बिक्री बढ़ी थी।

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