कैंसर मरीजों का सालों से मुफ्त में कर रहे हैं इलाज, अब पद्म श्री से किए जाएंगे सम्मानित

पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित होने वाले रवि कानन एक ऐसे व्यक्ति हैं जो सालों से मुफ्त में कैंसर पीड़ितों का इलाज करते आ रहे हैं। जानिए इनके बारे में-

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पद्म श्री अवॉर्डी रवि कानन  |  तस्वीर साभार: ANI

नई दिल्ली : चेन्नई के एक सर्जिकल ऑंकोलॉजिस्ट रवि कानन जिन्हें हाल ही में पद्म श्री सम्मान के लिए चुना गया है। आपको उनके बारे में जानकर हैरानी होगी कि इन्होंने अब तक करीब 70,000 कैंसर मरीजों का मुफ्त में इलाज किया है। डॉ. कानन उन 118 लोगों में से एक हैं जिन्हें साल 2020 के भारत के चौथे सर्वोच्च सम्मान से नवाजे जाने के लिए चुना गया है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एक वीडियो जारी कर उनके बारे में बताया था और उन्हें एक अनंसंग हीरो बताया था। 

आपको बता दें कि डॉ. कानन ने चेन्नई में अपनी नौकरी से इस्तीफा देकर 2007 में अपने परिवार सहित असम में शिफ्ट हो गए। इसके पीछे उनका मकसद ये था कि ताकि वे वहां पर स्वास्थ्य सुविधा लोगों तक पहुंचा सकें। उनके आने से पहले वहां पर सबसे पास का अस्पताल भी 300 किलोमीटर दूर था।

ऑंकोलॉजिस्ट कानन ने सिलचर में एक कैंसर अस्पताल और रिसर्च सेंटर खोला। इसका मकसद आर्थिक रुप से कमजोर लोगों को आसान तौर पर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराना। मुफ्त इलाज के अलावा कैंसर मरीजों को खाना, रहने की सुविधा व रोजगार की सुविधा भी दी जाती है।

2011 में एक इन-हाउस स्टडी में पाया गया कि 28 फीसदी लोग ही सिर्फ कैंसर के इलाज के लिए अस्पताल जा पाते हैं। इसका कारण कानन ने बताया कि मरीजों का आर्थिक रुप से कमजोर होना। इसी के बाद अस्पताल ने ऐसे मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में बुलाना शुरू कर दिया साथ ही उन मरीजों के परिजनों को अस्पताल में उनकी स्किल के मुताबिक रोजगार भी दिया जाता है। 

इस प्रयोग के बाद से करीब 70 फीसदी लोगों की अस्पताल में आवाजाही बढ़ गई साथ ही कई लोगों को उनके स्किल के हिसाब से अस्पताल में काम भी दिया जाने लगा। 

उन्होंने कहा चेन्नई से असम 2007 में आया। ये सब उन 350 कर्मचारियों की मदद से हुआ जिन्होंने लगातार अस्पताल के संचालन में मदद की। मुझे लगता है कि अगर साइंस की पहुंच आम आदमी तक नहीं है तो यह उसकी असफलता है।

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