नई दिल्ली: कोरोना वायरस दुनिया में कई देशों को अपना शिकार बना चुका है। इस जानलेवा वायरस के फैलने के बाद से लोगों को मास्क पहनने, साबुन या सैनिटाइजर से हाथ धोने की सलाह दी जा रही रही है। स्वास्थ्य-विशेषज्ञों का मानना है कि अपने हाथों को समय-समय पर साबुन से धोकर या हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर वायरस के खतरे को कम किया जा सकता है। लॉकडाउन के बीच सोमवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से एक दिलचस्प खबर सामने आई है। यहां एक नवजात बच्चे का नाम 'सैनिटाइजर' रखा गया है। परिवार का कहना है कि बच्चे का यह नाम भविष्य में कोरोना जैसी बीमारी से बचने की याद दिलाता रहेगा।
डॉक्टरों ने तालियां बजाकर किया स्वागत
एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक, ओमवीर सिंह मोबाइल रिचार्ज करने का काम करते हैं। रविवार शाम उनकी पत्नी मोनिका ने अस्पताल में बेटे को जन्म दिया। ओमवीर ने इस नवजात बच्चे को सैनिटाइजर के नाम से पुकारा। मौके पर मौजूद डॉक्टरों और अन्य स्टाफ ने जैसे ही यह नाम सुना तो सभी ने तालियां बजाकर इसका स्वागत किया। ओमवीर का कहना है कि कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी से बचने के लिए हर कोई सेनिटाइजर का प्रयोग कर रहा है, उनके बेटे का नाम हमेशा लोगों को कोरोना जैसी घातक बीमारी से बचने की याद दिलाता रहेगा।
बेटे का नाम रखा 'लॉकडाउन'
गौरतल है कि कि पिछले महीने उत्तर प्रदेश के देवरिया में लॉकडाउन के बाद जन्मे एक दंपति ने अपने बच्चे का नाम 'लॉकडाउन' रखा था। बच्चे के माता-पिता का कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन का जो फैसला किया, वह देश हित में है। इसीलिए उन्होंने अपने बच्चे का नाम लॉकडाउ रखा। 'लॉकडाउन' की मां ने कहा था कि पहले तो लोगों ने हमारे इस फैसले का मजाक उड़ाया लेकिन बाद में लोगों ने वाहवाही शुरू कर दी। वहीं, बच्चे के पिता ने कहा कि पीएम मोदी ने इस महामारी से जंग मैं अपने को पूरी तरह समर्पित कर दिया। ऐसे में यह हमारा बच्चा मोदी अभियान की सफलता का प्रतीक है।