Tokyo Olympics Games 2021 का आगाज होने जा रहा है इसके लिए जापान सरकार ने खासी तैयारियां की हैं, इनमें एथलीटों और सपोर्टिंग स्टॉफ के लिए रूकने से लेकर खाने पीने की बेहतर व्यवस्था का इंतजाम शामिल है, वहीं इस बार एथलीटों को जो बेड दिए गए हैं उसको लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं कहा जा रहा है कि एंटी सेक्स (Anti Sex) कवायद है।
गौर हो कि ओलंपिक खेलों में यौन-संबंध भी अक्सर चर्चा के विषय रहे हैं और इसे रोकने की कवायद भी की जाती है इसके लिए बकायदा कंडोम (Condom) भी बांटे जाते हैं, मगर इस बार आयोजकों ने जो बेड (Bed) तैयार किए हैं वो बेहद हल्के बताए जा रहे हैं यानी कि ये बेड कार्डबोर्ड से बनाए गए हैं।
कहा जा रहा है कि इसे बनाने का मकसद ये है कि ये बेड ज्यादा वजन नहीं ले पायेंगे, इसकी व्याख्या लोग अपने अपने हिसाब से कर रहे हैं वहीं इसे कोरोना संक्रमण से भी बचाने की कवायद माना जा रहा है।
आयोजकों ने ओलंपिक गांव में इस तरीक के बेड लगाये हैं, जो कार्डबोर्ड (Card Board) से बनाए गए हैं और इन्हें इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि इस पर एक ही शख्स एक बार में सो सकता है यानी कि इसपर दो लोगों ने सोने की कोशिश की तो ये टूट भी सकता है, हालांकि आयोजक इससे इंकार कर रहे हैं और इसे बेकार की अफवाह बता रहे हैं और कोरोना संकट को देखते हुए इसे खिलाड़ियों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के मकसद से तैयार किया हुआ बता रहे हैं।
इसके उलट टोक्यो ओलंपिक विलेज में कार्डबोर्ड बेड "मजबूत" हैं, आयोजकों ने आश्वस्त किया,आयरिश जिमनास्ट Rhys McClenaghan ने इसे साबित करने के लिए बिस्तर पर बार-बार कूदते हुए फिल्माया है, ऑफिशियल ओलंपिक ट्विटर अकाउंट ने "मिथक को खत्म करने" के लिए मैक्लेनाघन को धन्यवाद दिया है।
वहीं कम वजन सह सकने वाले इस बिस्तरों को लेकर खिलाड़ी खुश नहीं नजर आ रहे हैं और उनका रिएक्शन सोशल मीडिया पर दिखाई भी दे रहा है, तमाम खिलाड़ियों ने ट्वीट करके ये सवाल उठाया कि अगर बेड टूट जाए तो उनके सोने का क्या इंतजाम है।