ऐसे होगी देश की पहली ई-जनगणना, जानें पूरा प्रॉसेस

E-Census in India: ई-जनगणना में सरकारी कर्मचारी लोगों के घर, स्मार्टफोन और टैबलेट लेकर पहुंचेंगे और सभी जानकारी उसमें डिजिटल रूप से फीड की जाएगी।

E-CENSUS OF INDIA
क्या होती है ई-जनगणना  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • कोई व्यक्ति चाहिए तो अपनी जानकारी वह स्वयं जनगणना  पोर्टल या ऐप पर फीड कर सकेगा।
  • जन्म और मृत्यु की जानकारी अपडेट करना, वोटर आईडी के लिए पात्र होना आदि दूसरी अहम जानकारी अपडेट करना आसान होगा।
  • आधार नंबर, पैन नंबर,वोटर आईडी नंबर आदि जरूरी डॉक्युमेंट देने होंगे ।

E-Census in India:केंद्रीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah)ने सोमवार को कहा है कि देश में अगली जनगणना, इलेक्ट्रॉनिक यानी ई-जनगणना होगी। इसे 2024 तक पूरा कर लिया जायेगा। और  इसके जरिए 100 फीसदी सटीक जनगणना की उम्मीद की जा सकती है। शाह ने कहा कि जनगणना के काम को पेपर census से डिजिटल census की ओर ले जाने का ये एक ऐतिहासिक वर्ष है। मैं स्वयं भी अपने परिवार के सदस्यों का डाटा ई-फॉर्म के रूप में भरूंगा। और मुझे विश्वास है कि देश की जनता भी जागरूकता के साथ इसमें सहयोग करेगी। 

क्या है ई-जनगणना (e-census) 

देश में पहली बार, ऐसा होगा कि जनसंख्या की गणना डिजिटल माध्यम से की जाएगी। नई प्रक्रिया में लोगों को खुद ही अपनी जानकारी पोर्टल पर देने की भी सुविधा मिलेगी। साथ ही ऐप के जरिए भी जनसंख्या के आंकड़े अपलोड किए जाएंगे। यानी सब कुछ डिजिटल होगा। ऐसे में सारा डाटा ऑनलाइन उपलब्ध होगा। जिसे कभी भी अपडेट किया जा सकेगा।

अब फॉर्म नहीं स्मार्टफोन,टैबलेट पर दी जाएगी जानकारी

अभी तक जो जनगणना की जो प्रक्रिया है, उसमें सरकारी कर्मचारी लोगों  के घर जाकर उनसे एक एक फॉर्म भरवाते हैं। जिसमें परिवार के प्रत्येक सदस्य की जानकारी डाली जाती है। लेकिन ई-जनगणना में कर्मचारी आपके घर, स्मार्टफोन और टैबलेट लेकर पहुंचेंगे और सभी जानकारी उसमें डिजिटल रूप से फीड की जाएगी।इसके अलावा कोई व्यक्ति चाहिए तो अपनी जानकारी वह स्वयं जनगणना  पोर्टल या ऐप पर फीड कर सकेगा। यानी उसे  किसी कर्मचारी को अपनी जानकारी देने की जरूरत नहीं होगी। 

ऐसे दे सकेंगे अपनी जानकारी

जब नया जनगणना पोर्टल एक्टिव हो जाएगा, तो कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल नंबर के जरिए पोर्टल पर लॉग इन कर सकेगा। उसके बाद पोर्टल पर मांगी गई जानकारी फीड करनी होगी।पोर्टल पर लॉगइन करने के बाद एक फॉर्म भरना होगा। जिसमें उससे और परिवार संबंधित जानकारी मांगी जाएंगी। जब सारी जानकारियां फीड हो जाएगी तो एक आइडेंटिफिकेशन नंबर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आएगा। उस नंबर को अपने घर का रजिस्ट्रेशन करने के लिए फीड करना होगा। जिसके जरिए आपके और परिवार के डाटा पोर्टल से जुड़ेंगे।

जानकारी के लिए आधार नंबर, पैन नंबर,वोटर आईडी नंबर आदि जरूरी डॉक्युमेंट लिए जाएंगे। जिसके आधार पर सरकार देश की कुल जनसंख्या, लिंगानुपात, शिक्षा का स्तर, जाति, उम्र, लोगों के घरों की स्थिति (कच्चा या पक्का), व्यवसाय आदि का ब्यौरा प्राप्त करेगी। पूरी जनगणना 16 भाषाओं में की जाएगी। और इस बार लोगों से एनपीआर (राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर) के लिए भी जानकारी प्राप्त की जाएगी।

अमित शाह ने कहा- अगली जनगणना ई-जनगणना होगी, बताया कैसे अपने आप हो जाएगी अपडेट

अपडेट करना आसान होगा

गृहमंत्री अमित शाह ने जैसा बताया है, उसके आधार पर ई-जनगणना  के बाद डाटा अपडेट करना आसान हो जाएगा। मसलन किसी व्यक्ति के जन्म और मृत्यु की जानकारी अपडेट करना, वोटर आईडी के लिए पात्र होना आदि दूसरी अहम जानकारी अपडेट करना आसान होगा। और एक तरह से रियल टाइम जनगणना का आंकलन किया जा सकेगा। जिसका फायदा यह होगा कि सरकार के लिए योजनाएं बनाना भी आसान होगा।


 

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