वाराणसी में नेत्र रोगियों की दूर होगी परेशानी, आधुनिक नेत्र बैंक चालू, अब आसानी से मिलेंगी आंखें

Varanasi Eye Bank: वाराणसी में नेत्रहीनों की जिंदगी में अब रोशनी आएगी। उनकी सबसे बड़ी बाधा खत्म करने के लिए आईएमएस बीएचयू में नेत्र बैंक की शुरुआत की गई है। हर साल यहां अब बेहद कम खर्च पर नेत्रहीनों का इलाज होगा।

People will easily get eyes in Varanasi
वाराणसी में आसानी से लोगों को मिलेंगी आंखें (प्रतीकात्मक तस्वीर)  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • नेत्र बैंक में 18 दिनों तक सुरक्षित रहेगी कॉर्निया
  • हैदराबाद के एलवी प्रसाद नेत्र संस्थान की मदद से नेत्र बैंक हुआ तैयार
  • नेत्र बैंक की स्थापना पर खर्च किए गए एक करोड़ रुपए

Varanasi Eye Bank: वाराणसी स्थित आईएमएस बीएचयू के अंतर्गत संचालित क्षेत्र नेत्र संस्थान में नेत्र बैंक की स्थापना की गई है। रेक्टर प्रो. वीके शुक्ला ने इसका उद्‌घाटन किया। इस नेत्र बैंक में कॉर्निया 18 दिनों तक सुरक्षित रहेगी। अब यहां हर साल बेहद कम खर्च पर नेत्रहीनों की जिंदगी रोशन हो सकेगी। 

दरअसल, हैदराबाद के एलवी प्रसाद नेत्र संस्थान की मदद से यह नेत्र बैंक स्थापित हुआ है। इसके निर्माण पर एक करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। पहले ही दिन नेत्र बैंक में तीन कॉर्निया दान में मिले। इससे तीन लोगों की जिंदगी रोशन होगी। 

दो से तीन हजार रुपए में ट्रांसप्लांट होगी कॉर्निया

कॉर्निया ट्रांसप्लांट में सामान्य तौर पर 50 हजार से 60 हजार रुपए खर्च आता है। बीएचयू स्थित इस नेत्र बैंक में सिर्फ दो हजार से तीन हजार में कॉर्निया ट्रांसप्लांट हो जाएगी। फिलहाल तीन निजी नेत्र बैंक संचालित किए जा रहे हैं। यह सुविधा पहली बार लोगों को शासकीय अस्पताल में मिलेगी। इस बारे में रेक्टर प्रो. वीके शुक्ला का कहना है कि इस नेत्र बैंक से बनारस के साथ पूर्वांचलवासियों को काफी फायदा होगा। 

जिनकी मौत हो चुकी है, उनकी कॉर्निया होगी ट्रांसप्लांट

फिलहाल इस नेत्र बैंक के पास एंबुलेंस नहीं है। इससे बीएचयू में जिन मरीजों की मौत हो जाएगी, उनकी ही कॉर्निया ट्रांसप्लांट कराई जाएगी। डॉ. प्रशांत भूषण का कहना है कि दिवंगत मरीजों के परिजनों को कॉर्निया दान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। एंबुलेंस आने के बाद वे लोग 8739031919 पर कॉल करेंगे तो टीम वहां पहुंच जाएगी। 

आंखों के लिए कराएं रजिस्ट्रेशन

दृष्टिहीन लोग आंखों के लिए बीएचयू के नेत्र बैंक में अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। कॉर्निया उपलब्ध होते ही संबंधित मरीज को सूचना देकर बुलवाया जाएगा। डॉ. प्रशांत भूषण ने मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) को पत्र लिखकर पीएचसी और सीएचसी में आने वाले दृष्टिहीनों को बीएचयू नेत्र बैंक भेजने के लिए कहा है। 

तीन महीने में 30 लोगों ने करवाया रजिस्ट्रेशन

पिछले तीन महीने में बीएचयू में 30 लोगों ने कॉर्निया के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। जबकि निजी नेत्र बैंकों में दो हजार से अधिक लोगों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। जिले में बीएचयू के अलावा लायंस आई बैंक, वाराणसी आई बैंक और चंद्रा आई बैंक है। हर साल लोगों के रजिस्ट्रेशन की तुलना में 300 कॉर्निया ही मिल पाती है।

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