Apr 07, 2025
अमूल किसी एक व्यक्ति या निजी कंपनी की नहीं है। इसलिए इसका कोई इंडिविजुअल मालिक नहीं है।
Credit: Twitter
यह गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) द्वारा संचालित एक सहकारी संस्था है।
Credit: Twitter
GCMMF की स्थापना 1973 में हुई थी और अमूल इसका प्रमुख ब्रांड है।
Credit: Twitter
इसमें लाखों किसान सदस्य हैं जो दूध उत्पादन और सप्लाई से जुड़े हैं।
Credit: Twitter
अमूल की कहानी शुरू हुई 1946 में, जब डॉ. वर्गीज कुरियन ने किसान आंदोलन के साथ जुड़कर एक दूध क्रांति को जन्म दिया।
Credit: Twitter
उन्होंने मिल्क मार्केटिंग को किसानों के हाथों में सौंपने के लिए एक मजबूत सहकारी मॉडल खड़ा किया, जो आज देश भर में सफल है।
Credit: Twitter
अमूल ब्रांड का टोटल रेवेन्यू वित्त वर्ष 26 तक 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
Credit: Twitter
साथ ही जीसीएमएमएफ की हिस्सेदारी 75,000 करोड़ रुपये होने की संभावना है।
Credit: Twitter
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स