TDS और TCS में क्या अंतर है? जानकर चौंक जाएंगे
Ramanuj Singh
Mar 06, 2025
TDS वस्तुओं और सेवाओं के लिए किए गए भुगतानों से कटौती पर लागू होता है।
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TCS किसी वस्तु की बिक्री के समय विक्रेता द्वारा क्रेता से टैक्स वसूलने पर लागू होता है।
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TDS में किराया, वेतन, ब्याज और अन्य भुगतान शामिल हैं।
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TCS में वन उत्पाद, खनिज और अन्य वस्तुओं की बिक्री शामिल है।
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TDS अगले महीने की 7 तारीख तक काटा जाना चाहिए और रिटर्न तिमाही आधार पर दाखिल किए जाते हैं।
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TCS महीने के अंत से 7 दिनों के भीतर मंथली जमा किया जाता है, तिमाही रिटर्न दाखिल होता है।
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TDS तब काटा जाता है जब भुगतान किया जाता है या देय होता है, जो भी पहले हो।
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TCS बिक्री के समय एकत्र किया जाता है।
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TDS का उद्देश्य आय के स्रोत पर टैक्स काटना है।
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TCS का उद्देश्य लेनदेन के स्रोत पर टैक्स एकत्र करना है।
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भुगतानकर्ता द्वारा पेयी को किए गए भुगतान से TDS काटा जाता है।
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TCS विक्रेता द्वारा बिक्री के समय क्रेता से वसूला जाता है।
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