Anurag Gupta
Jan 29, 2025
कुंभ मेला प्रयागराज (त्रिवेणी संगम) , उज्जैन (शिप्रा नदी के किनारे), हरिद्वार (गंगा नदी के किनारे) और नासिक (गोदावरी नदी के किनारे) में लगता है।
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कुंभ मेला तीन प्रकार के होते हैं जिनमें अर्धकुंभ, पूर्णकुंभ और महाकुंभ शामिल हैं।
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अर्धकुंभ 6 सालों में एक बार लगता है और इसका आयोजन सिर्फ हरिद्वार और प्रयागराज में होता है।
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पूर्णकुंभ मेले का आयोजन प्रयागराज में 12 साल में एक बार होता है।
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प्रयागराज में जब 12 बार पूर्णकुंभ पूरे हो जाते हैं तो उसे महाकुंभ का नाम दिया जाता है। इसका आयोजन 144 साल में एक बार होता है।
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अगला कुंभ 2027 में नासिक में लगेगा। उज्जैन में 2028 में सिंहस्थ महाकुंभ होगा और 2030 में प्रयागराज में अर्धकुंभ का आयोजन किया जाएगा।
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प्रयागराज में इस बार महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। इसका मतलब साफ है कि जब 12 पूर्णकुंभ पूरे हो जाएंगे तब अगला महाकुंभ लगेगा। ऐसे में अगला महाकुंभ 2169 में लग सकता है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है।
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