Feb 27, 2025
संभाजी महाराज जिनका नाम 'छावा' (Chhaava) भी था वो एक महान योद्धा और रणनीतिज्ञ थे
Credit: wikimedia/social media
संभाजी महाराज शासन चलाने में भी कुशल थे, छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी राजे, जिन्हें 'छावा' यानी 'शेर का बच्चा' कहा जाता है
Credit: wikimedia/social media
मुगल बादशाह औरंगजेब के साथ उनका संघर्ष इतिहास प्रसिद्ध है छत्रपती संभाजीराजे अपने कम समय के शासन काल में 210 युद्ध किये और उनकी सेना एक भी युद्ध में पराभूत नहीं हुई
Credit: wikimedia/social media
संभाजी ने मराठा साम्राज्य को विस्तार देने और मुगलों को टक्कर देने के लिए इतना पराक्रम दिखाया कि औरंगजेब बौखला गया था और उसने संभाजी को मारने के लिए कसम खाई थी
Credit: wikimedia/social media
संभाजी महाराज ने मराठा क्षेत्रों की रक्षा और विस्तार के लिए मुगल साम्राज्य और अन्य पड़ोसी राज्यों के खिलाफ विभिन्न सैन्य अभियानों का नेतृत्व किया
Credit: wikimedia/social media
संभाजी महाराज को औरंगजेब जब पकड़ा और इस्लाम धर्म अपनाने के लिए दबाव डाला तमाम यातनाएं दीं पर 'छावा' की जांबाजी का लोहा औरंगजेब भी मान गया और उसके मन में खौफ था
Credit: wikimedia/social media
संभाजी महाराज उर्फ छावा 'महादेव' के बहुत भक्त थे साथ ही वो एक कुशल संगठनकर्ता थे और बचपन से ही राजनीतिक रणनीति और छापामार शैली सीख चुके थे
Credit: wikimedia/social media
उन्होंने 16 साल की उम्र में रामनगर में अपना पहला युद्ध लड़ा और जीता और 1675-76 के दौरान उन्होंने गोवा और कर्नाटक में सफल अभियानों का नेतृत्व किया
Credit: wikimedia/social media
संभाजी महाराज अपने उम्र के केवल 14 साल में उन्होंने बधभूषण, नखशिख, नायिकाभेद तथा सातशातक यह तीन संस्कृत ग्रन्थ लिखे थे
Credit: wikimedia/social media
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स