Feb 15, 2025
मध्यप्रदेश के धार जिले के अझमेरा कस्बे के शासक राजा बख्तावर सिंह ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ ऐसा मोर्चा खोला कि अंग्रेजों को नाकों चने चबाने पड़े।
Credit: Wikimedia
कुछ ही समय में राजा बख्तावर सिंह ने अंग्रेजों के मन में ऐसा खौफ पैदा कर दिया कि ब्रिटिश अफसर और जवान कांपने लगे।
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उन दिनों राजा बख्तावर सिंह का अंग्रेजों इतना भय था कि ब्रिटिश सैनिकों ने इनकार किया और फिर बड़ी कठिनाई से इसके लिए तैयार हुए।
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साल 1856 में राजा बख्तावर सिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया और मुट्ठी भर सैनिकों के साथ जुलाई 1857 में भोपावर कैंट पर हमला कर दिया था।
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इस छावनी से राजा बख्तावर सिंह को बड़ी मात्रा में हथियार और गोला बारूद मिले। इससे प्रभावित होकर सैकड़ों नौजवान राजा की सेना में शामिल हो गए।
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इसके बाद राजा बख्तावर सिंह ने सरदारपुर शहर और मानपुर गुजरी कैंट पर भी धावा बोला और अंग्रेजों को धूल चटाई और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए।
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अंग्रेज राजा बख्तावर सिंह से इतने परेशान हो चुके थे कि बात सबसे बड़े अफसरों तक भी पहुंची और फिर एक बड़ी सेना तैयार धार के किले पर हमला कर दिया।
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धार किले पर कब्जे के बाद अंग्रेजों ने अझमेरा पर भी हमला बोला और राजा बख्तावर सिंह को पकड़ लिया।
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राजा बख्तावर सिंह को अंग्रेजों ने असहनीय यातनाएं दीं और उनके सामने ही उनके कई साथियों को फांसी देने के बाद 10 फरवरी 1858 को उन्हें भी फांसी पर चढ़ा दिया।
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