क्यों फटते हैं बादल, कितनी मचती है तबाही?

Amit Mandal

Jul 12, 2023

​अचानक एक ही जगह बहुत भारी बारिश​

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार जब एक ही जगह पर अचानक बहुत भारी बारिश हो जाए तो उसे बादल फटना कहते हैं।

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​एक ही जगह रुक जाते हैं बादल​

काफी ज्यादा नमी वाले बादल एक जगह पर रुक जाते हैं और वहां मौजूद पानी की बूंदें आपस में मिल जाती हैं।

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​बूंदों के भार से बढ़ता है बादल का घनत्व​

बूंदों के भार से बादल का घनत्व बढ़ जाता है फिर अचानक भारी बारिश शुरू हो जाती है। - 5

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​राह में बाधा आने पर फटते हैं बादल​

इसके अलावा जब बादल भारी मात्रा में नमी यानी पानी लेकर चलते हैं और उनकी राह में कोई बाधा आ जाती है तब वे अचानक फट पड़ते हैं।

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​पहाड़ों में फटते हैं बादल​

पानी से भरे बादल जब हवा के साथ आगे बढ़ते हैं तो पहाड़ों के बीच फंस जाते हैं और पानी में बदलकर बरसने लगते हैं।

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​15 किमी ऊंचाई पर फटते हैं बादल​

बादल फटने की घटना अक्सर धरती से करीब 15 किलोमीटर की ऊंचाई पर होती है।

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​लाखों लीटर पानी गिरता है​

इससे एक सीमित क्षेत्र में कई लाख लीटर पानी एक साथ धरती पर गिरता है।

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​पहाड़ों में मचाता है तबाही​

पहाड़ पर बारिश का पानी रुक नहीं पाता है और तेजी से नीचे की ओर आता है जिसके बाद तबाही मचती है। -- 10

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​पानी के साथ मिट्टी-पत्थर​

नीचे आने वाला पानी अपने साथ मिट्टी, कीचड़ और पत्थरों के टुकड़ों के साथ लेकर आता है।

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​सैलाब सब कुछ बहा ले जाता है​

कीचड़ का यह सैलाब इतना खतरनाक होता है कि इसके रास्ते में जो भी आता है उसे अपने साथ बहा ले जाता है।

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