Jul 12, 2023
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार जब एक ही जगह पर अचानक बहुत भारी बारिश हो जाए तो उसे बादल फटना कहते हैं।
Credit: PTI
काफी ज्यादा नमी वाले बादल एक जगह पर रुक जाते हैं और वहां मौजूद पानी की बूंदें आपस में मिल जाती हैं।
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बूंदों के भार से बादल का घनत्व बढ़ जाता है फिर अचानक भारी बारिश शुरू हो जाती है। - 5
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इसके अलावा जब बादल भारी मात्रा में नमी यानी पानी लेकर चलते हैं और उनकी राह में कोई बाधा आ जाती है तब वे अचानक फट पड़ते हैं।
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पानी से भरे बादल जब हवा के साथ आगे बढ़ते हैं तो पहाड़ों के बीच फंस जाते हैं और पानी में बदलकर बरसने लगते हैं।
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बादल फटने की घटना अक्सर धरती से करीब 15 किलोमीटर की ऊंचाई पर होती है।
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इससे एक सीमित क्षेत्र में कई लाख लीटर पानी एक साथ धरती पर गिरता है।
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पहाड़ पर बारिश का पानी रुक नहीं पाता है और तेजी से नीचे की ओर आता है जिसके बाद तबाही मचती है। -- 10
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नीचे आने वाला पानी अपने साथ मिट्टी, कीचड़ और पत्थरों के टुकड़ों के साथ लेकर आता है।
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कीचड़ का यह सैलाब इतना खतरनाक होता है कि इसके रास्ते में जो भी आता है उसे अपने साथ बहा ले जाता है।
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