Mar 28, 2025
रमजान इस्लाम धर्म का पवित्र महीना होता है, जिसमें मुसलमान सूर्योदय से सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं।
Credit: canva
2025 में रमजान 1 मार्च से हुआ था जो कि 31 मार्च को खत्म होगा। भारत ईद-उल-फितर का त्योहार 31 मार्च या 1 अप्रैल को मनाएगा।
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2007 से 2025 तक रमजान का महीना गर्मियों में पड़ा है, जिसमें रोजेदारों को उमस और झुलसा देने वाली धूप का सामना करना पड़ा है।
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2026 से 2036 तक रमजान सर्दियों में आएगा, जिससे रोजेदारों को ठंडे मौसम में रोजे रखने में आसानी होगी।
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चंद्र कैलेंडर सूर्य आधारित ग्रेगोरियन कैलेंडर से 11 दिन छोटा होता है, जिससे हर 33 साल में रमजान सभी मौसमों का समय पूरा कर लेता है।
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2026 से 2036 के बीच रमजान सर्दियों में रहेगा और ये अक्टूबर से फरवरी के बीच आएगा, जिससे लंबे दिन और गर्मी की तकलीफ से राहत मिलेगी।
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इस्लामी कैलेंडर के चक्र के कारण 2030 में रमजान दो बार आएगा। यानी मुसलमानों को इस साल में दो बार रोजा रखना होगा।
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2036 में रमजान अक्टूबर-नवंबर में आएगा, जो पूरी तरह सर्दियों में होगा, जिससे रोजेदारों के लिए इबादत आसान हो सकती है।
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रमजान में रोजा रखने का खास महत्व माना जाता है। यह अल्लाह के करीब जाने, आत्म-नियंत्रण और दूसरों के प्रति सहानुभूति विकसित करने का एक तरीका है, साथ ही यह शरीर और आत्मा को शुद्ध करने में भी मदद करता है.
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