परमाणु अस्त्र जैसे थे महाभारत काल के ये दिव्यास्त्र, जानिए इनकी पौराणिक मान्यता

Jan 24, 2025

Medha Chawla

​महाभारत का युद्ध​

द्वापरयुग में हुआ महाभारत का युद्ध एक प्रलयंकारी और घनघोर युद्ध था। ये युद्ध 18 दिनों तक चला था।

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​भाई से भाई की लड़ाई​

महाभारत का युद्ध सम्मान और आत्म-गौरव के लिए लड़ा गया था जिसमें पांडव और कौरव लड़े थे।

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​अस्त्रों का उल्लेख ​

इस युद्ध में बहुत से अस्त्रों का प्रयोग किया गया था जिसका उल्लेख महर्षि वेद व्यास ने महाभारत ग्रंथ में किया है।

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​ब्रह्मशिर ​

माना जाता है कि इसमें ब्रह्मास्त्र की तुलना में चार गुना अधिक शक्ति हुआ करती थी और ऐसा कहा जाता है क‍ि इसी अस्‍त्र से उत्तरा का गर्भ नष्ट किया गया था।

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​ब्रह्मास्त्र​

भगवान ब्रह्मा द्वारा बनाया गया ब्रह्मास्त्र अत्यंत ही शक्तिशाली और संहारक अस्त्र माना जाता था। इस अस्त्र का प्रयोग अर्जुन के द्वारा किया गया था।

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​पाशुपतास्त्र​

ये अस्त्र भगवान शिव की शक्ति से युक्त था जिसे अर्जुन ने अपने पराक्रम से भगवान से प्राप्त किया था।

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​करज​

इस अस्त्र का उल्लेख महाभारत के द्रोण पर्व के तीसवें अध्याय में मिलता है जिसे महारथियों के द्वारा चलाया गया था।

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​सम्मोहनास्त्र और भार्गवास्त्र​

अर्जुन और कर्ण के पास ये दोनों अस्त्र थे जिनका प्रयोग युद्ध के दौरान उन्होंने एक दूसरे पर किया था।

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​मंत्रों से संचालित ​

पौराणिक अस्त्रों को मंत्रों के द्वारा शत्रु पर छोड़ा जाता था। ये अग्नि, विद्युत, और यांत्रिक उपायों से संचालित हुआ करते थे।

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