मधुमेह रोगियों के लिए पैदल चलना एक शानदार व्यायाम है। इसस ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद मिल सकती है। 3 से 5 मिनट धीमी गति से चलने के साथ शुरु करें।
अध्ययनों की मानें तो रोजाना 30 से 45 मिनट तक टहलने से आपके शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाओं की संख्या बढ़ सकती है और समय के साथ इसका बेहतर परिणाम होता है।
वॉक करने से वेट लॉस में मदद मिलती है।
2012 के हार्वर्ड विश्वविद्यालय के महिला स्वास्थ्य अध्ययन के अनुसार सप्ताह में एक से तीन घंटे पैदल चलना स्तन और गर्भाशय के कैंसर से मृत्यु के जोखिम को लगभग 19% कम कर सकता है।
व्यायाम मस्तिष्क के लिए अच्छा है लेकिन विशिष्ट रूप से चलना आपकी याददाश्त को बढ़ाने के लिए लाभदायक है। सप्ताह में तीन बार 40 मिनट तक चलने से हिप्पोकैम्पस की मात्रा 2% बढ़ सकती है।
सप्ताह में सिर्फ 2.5 घंटे पैदल यानी दिन में 21 मिनट चलना हृदय रोग के खतरे को 30% तक कम करता है। पैदल चलने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और स्ट्रोक व हार्ट रोगों का खतरा कम होता है।
चलना व्यायाम का सबसे आसान तरीका है और इससे लगातार कैलोरी बर्न होती हैं जिससे वजन घटाने में काफी मदद मिल सकती है। इससे मोटापे का खतरा दूर रहता है।
डिप्रेशन की समस्या से बचे रहने के लिए रिचार्ज के अनुसार आपको रोजाना 30 मिनट तक पैदल जरूर चलना चाहिए। इससे शरीर की सारी कोशिकाओं की एक्सर्साइज हो जाती है।
पैदल चलना शरीर के ढांचे पर भी असरकारी होता है और सीधे तौर पर वह हड्डियों को मजबूती देता है। रिसर्च अनुसार पैदल चलने वाले लोगों में हिप फ्रैक्चर का खतरा 43% तक कम होता है।
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