अभी भी जिंदा है 9/11 हमले का मास्टर प्लानर, लादेन को पेश किया था पूरा प्लान

9/11 Attack 20 Years:खालिद शेख मोहम्मद 9/11 हमले का मास्टरमाइंड था। और उसी ने ओसामा बिन लादेन को पूरे हमले की योजना पेश की थी। जिसके बाद दुनिया का सबसे भीषण आतंकी हमला हुआ था।

World Trade Centre Memorial
9/11 हमले के 20 साल  |  तस्वीर साभार: Shutterstock
मुख्य बातें
  • खालिद शेख मोहम्मद 2006 से क्यूबा केअमेरिकी नौ सेना के बेस ग्वाटेमाला-बे जेल में बंद है।
  • खालिद शेख मोहम्मद का 15 साल बाद फिर से ट्रॉयल शुरू होने जा रहा है।
  • शेख मोहम्मद ने ही अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की 2002 में हत्या की थी। पर्ल रिपोर्टिंग के सिलसिले में कराची गए हुए थे।

नई दिल्ली: आम तौर पर यह माना जाता है कि 9/11 हमले का पूरा प्लान ओसामा बिल लादेन ने रचा था और अमेरिका ने उसे मारकर हमले का बदला ले लिया। लेकिन हकीकत यह है कि लादेन 9/11 का मास्टर प्लानर नहीं था। उसे तो हमले का पूरा प्लान किसी और ने सौंपा था। जिस शख्स ने 9/11 आतंकी हमले का प्लान बनाया था, वह अभी जिंदा है।  हम खालिद शेख मोहम्मद की बात कर रहे हैं। शेख मोहम्मद ने ही अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या की थी। जो कि वॉल स्ट्रीट जनरल के दक्षिण एशिया संस्करण के ब्यूरो चीफ थे। पर्ल साल 2002 में कराची में एक रिपोर्टिंग के लिए गए थे। जहां उनकी अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई थी।

अभी कहां है खालिद शेख मोहम्मद

खालिद शेख मोहम्मद  2006 से क्यूबा के अमेरिकी नौ सेना के बेस ग्वाटेमाला-बे जेल में बंद है। और अब, करीब 15 साल बाद उसका फिर से ट्रॉयल शुरू किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उसे जल्द ही ट्रॉयल के लिए सेना के ट्रिब्यूनल के सामने पेश किया जाएगा। आतंकी हमले के बाद गठित 9/11 आयोग के अनुसार खालिद शेख मोहम्मद ही पूरे हमले का मास्टर प्लानर था। उसने ही अलकायदा को हमले का प्लान पेश किया था।

ऐसे बनाया था प्लान

1993 में  अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में बम धमाका हुआ था। जिसे खालिद शेख मोहम्मद के भतीजे रमजी यूसुफ ने अंजाम दिया था। इस धमाके में 6 लोगों की मौत हुई थी। हालांकि इस हमले वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को कोई नुकसान नहीं हुआ था। इस हमले के लिए वित्तीय मदद शेख मोहम्मद ने दी थी। लेकिन वह सीधे तौर पर हमले में शामिल नहीं था। इसके बाद युसुफ और खालिद फिलीपींस में मिले और  दोनों ने 'बोजिंका प्लॉट' नाम के एक हमले की योजना बनाई।  दोनों प्रशांत महासागर के ऊपर 12 अमेरिकी यात्री विमानों को  बम से उड़ाना चाहते थे। लेकिन युसुफ 1995 में गिरफ्तार हो गया, और वहां प्लान पूरा नहीं हो पाया। 

इसके बाद कुछ दिनों तक खालिद इधर-उधर भटकता रहा और फिर उसकी लादेन से पहली मुलाकात अल-कायदा के मिलिट्री चीफ मोहम्मद आतिफ ने कराई। इस मुलाकात के दौरान ही खालिद ने ओसामा को 1993 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर धमाके और 'बोजिंका प्लॉट' के बारे में जानकारी दी। और उसके बाद दोबारा वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला करने का पूरा प्लान रखा। लेकिन ओसामा बिन लादेन अपनी कमजोर स्थिति को देखते हुए हमले के लिए तैयार नहीं हुआ।

हालांकि 1998  में ओसामा बिन लादेन ने मोहम्मद आतिफ के कहने पर खालिद शेख मोहम्मद को इस योजना पर काम करने की मंजूरी दे दी। और इसके बाद दोनों योजना की तैयारी के लिए अफगानिस्तान चले गए। और वहां पर पहुंचकर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, व्हाइट हाउस,  पेंटागन , अमेरिकी संसद पर आतंकी हमले का प्लान बनाया। और उसके बाद 9/11 को जो हुआ वह इतिहास में दर्ज है।

अमेरिका ने कैसे पकड़ा

वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद CIA खालिद शेख मोहम्मद को पकड़ने के लिए सभी कोशिशें कर रहा था। और उसने 2003 में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ मिलकर रावलपिंडी में उसे गिरफ्तार किया। ऐसा कहा जाता है कि शुरूआत के 3 साल उसे किसी गुप्त जगह रखा गया था। और उसके बाद 2006 से वह ग्वाटेमाला- बे जेल में बंद है। और अब उसका फिर से ट्रॉयल शुरू होने जा रहा है।

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