'ठाठ बाट में राजाओं और मुगलों को भी पीछे छोड़ रहे हैं'; ओबामा के निशाने पर भारतीय उद्योगपति

दुनिया
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Updated Nov 17, 2020 | 14:00 IST

ओबामा ने लिखा, देशभर में लाखों लोग गंदगी और गिलाजत में रह रहे हैं, बदहाल झुग्गी-बस्तियों में जीवन बसर कर रहे हैं। वहीं भारतीय उद्योग के महारथी ऐसा जीवन जी रहे हैं कि इससे राजाओं और मुगलों को भी ईर्ष्या हो जाए।

Barack Obama
बराक ओबामा 

वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी नई किताब में भारतीय उद्योगपतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने ठाठ बाट में राजाओं और मुगलों को भी पीछे छोड़ दिया है, जबकि लाखों लोग बेघर हैं। अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति रहे ओबामा ने हाल में आई अपनी किताब ‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ अपनी मुलाकात और अनौपचारिक बातचीत का जिक्र करते हुए भारतीय उद्योगपतियों पर सवाल उठाए।

किताब में लिखा है कि सहयोगियों के बिना हुई बातचीत के दौरान सिंह ने उनसे कहा, 'अनिश्चितता भरे समय में, राष्ट्रपति महोदय, धार्मिक और जातीय एकजुटता का आह्वान बहकाने वाला हो सकता है और भारत में या कहीं भी राजनेताओं के लिए इसका दोहन करना बुहत कठिन नहीं है।' ओबामा ने लिखा, 'मैंने सर हिलाते हुए, प्राग यात्रा के दौरान (चेकोस्लोवाकिया के पूर्व राष्ट्रपति) वक्लाव हवेल के साथ हुई बातचीत और यूरोप में असमानता के बढ़ते प्रकोप के बारे में उनकी चेतावनी याद की। यदि वैश्वीकरण और ऐतिहासिक आर्थिक संकट अपेक्षाकृत सम्पन्न देशों में इन रूझानों को बढ़ा रहे हैं और अगर अमेरिका में भी मैं इसे टी पार्टी (अनुदारवादी वित्तकोषीय आंदोलन) में देख सकता हूं तो भारत इससे कैसे बच सकता है?'

ओबामा ने लिखा, देशभर में लाखों लोग गंदगी और गिलाजत में रह रहे हैं, अकालग्रस्त गांवों या बदहाल झुग्गी-बस्तियों में जीवन बसर कर रहे हैं। वहीं भारतीय उद्योग के महारथी ऐसा जीवन जी रहे हैं कि इससे राजाओं और मुगलों को भी ईर्ष्या हो जाए।

वहीं भारत-पाकिस्तान मुद्दे से लोगों को प्रभावित करने की राजनीति पर ओबामा ने लिखा, 'पाकिस्तान के प्रति शत्रुता भाव व्यक्त करना राष्ट्र को एकजुट करने का सबसे आसान रास्ता है। ढेर सारे भारतीयों को इस बात पर गर्व है कि पाकिस्तान का मुकाबला करने के लिए देश ने परमाणु हथियार कार्यक्रम विकसित किया। उन्हें इस हकीकत की कोई परवाह नहीं है कि किसी भी तरफ से कोई चूक क्षेत्र का विनाश कर सकती है।'

इस किताब में ओबामा ने 2008 के चुनाव प्रचार अभियान से लेकर पहले कार्यकाल के अंत में एबटाबाद (पाकिस्तान) में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारने के अभियान तक की अपनी यात्रा का विवरण दिया है। इस किताब के दो भाग हैं। पहला भाग मंगलवार को दुनियाभर में जारी हुआ।

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