नई दिल्ली : भूटान ने उन मीडिया रिपोर्टों को खारिज किया है जिनमें कहा गया है कि चीन, पाकिस्तान और नेपाल के बाद पड़ोसी देश भूटान अब भारत के लिए मुश्किलें खड़ा कर रहा है। भूटान ने इन मीडिया रिपोर्टों को 'पूरी तरह से आधारहीन' बताया है। भूटान का कहना है कि कुछ लोग अपने निहित स्वार्थों के लिए जानबूझकर असम और भूटान के लोगों के बीच गलतफहमी पैदा करना चाहते हैं। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि भूटान ने असम में सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति रोक दी है।
भूटान ने मीडिया रिपोर्टों को खारिज किया
भूटान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 'गत 24 जून से भारत में प्रकाशित कई मीडिया रिपोर्टों में आरोप लगाया गया है कि असम के बक्सा एवं उदलगुरी जिलों में सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाले पानी पर भूटान ने रोक लगा दी है। यह परेशान करने वाला आरोप है। विदेश मंत्रालय यह स्पष्ट करना चाहेगा कि ये न्यूज रिपोर्टों पूरी तरह से आधारहीन हैं। इस समय पानी रोके जाने का कोई औचित्य नहीं है। यह कुछ लोगों की ओर से जानबूझकर फैलाई गई गलत जानकारी है। ये लोग अपने निहित स्वार्थों के लिए भूटान और असम के लोगों के बीच गलतफहमी पैदा करना चाहते हैं।'
सिंचाई चैनल का मरम्मत कार्य हुआ था बाधित
बयान में आगे कहा गया है, 'असम के बक्सा एवं उदलगुरी जिलों में दशकों से भूटान से सिंचाई का पानी पहुंच रहा है। यहां तक कि कोविड-19 के संकटपूर्ण समय में भी भूटान से पानी असम में पहुंचना जारी रहेगा।' बयान में आगे कहा गया है कोविड-19 के प्रकोप के चलते भारत में लॉकडाउन लागू होने और भूटान की सीमा बंद होने से असम के किसान सिंचाई चैनल का रखरखाव एवं मरम्मत करने नहीं आ पाए जैसा कि पिछले समय में हुआ करता था। असम में किसानों की परेशानी को देखते हुए भूटान सरकार के कर्मचारी असम में पानी का बहाव सुनिश्चित करने के लिए सिंचाई नालों की मरम्मत करने में जुटे हैं।' विदेश मंत्रालय का कहना हैकि भारी बारिश होने के चलते पानी का स्तर काफी बढ़ गया है जिससे काम में मुश्किल पैदा हो रही है।
भारत ने बताया-कुदरती व्यवधान
भारत सरकार ने शुक्रवार को कहा कि असम में सिंचाई के लिए भूटान से आने वाला पानी कुदरती व्यवधान की वजह से बाधित हुआ है। ऐसा दोनों देशों के बीच किसी तनाव के कारण नहीं हुआ है। भारत में मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि असम में सिंचाई के लिए आने वाले पानी को भूटान ने रोक लिया है और इससे राज्य में करीब 25 गांवों के हजारों किसान प्रभावित हो गए हैं। गुवाहाटी में लोगों ने दावा किया कि भूटान की ओर से पानी रोके जाने के खिलाफ किसानों ने धरना दिया है।