टोरंटो : आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है, जिसकी चपेट में आकर 83 हजार लोगों की जान जा चुकी है तो 14 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं। इस बीच कई देशों में मास्क, सैनिटाइजर्स, टेस्टिंग किट और डॉक्टर्स के लिए जरूरी सुरक्षा उपकरणों की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसकी कमी को देखते हुए अमेरिका, भारत ने अपने नागरिकों से घर में बने मास्क का इस्तेमाल करने की भी सलाह दी है तो विभिन्न देश इसका निर्यात भी कर रहे हैं।
60 हजार मास्क लौटाएगा कनाडा
मास्क, सैनिटाइजर्स की बढ़ती वैश्विक मांग के बीच चीन इन आवश्यक वस्तुओं के एक प्रमुख निर्यातक देश के रूप में सामने आया है, जहां कोरोना का संक्रमण अब नियंत्रण में बताया जा रहा है। चीन ने कई देशों में मास्क की आपूर्ति की है, लेकिन जगह-जगह से इसके खराब होने की रिपोर्ट सामने आ रही है। अब कनाडा से भी ऐसी रिपोर्ट सामने आ रही है, जिसके मुताबिक चीन ने इस देश को अपने यहां बने जिन 60 हजार से अधिक लगभग मास्क की आपूर्ति की है, उनमें से कई फट गए हैं।
कंपनियों को चेतावनी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन से करीब एक सप्ताह पहले ये मास्क कनाडा के टोरंटो शहर में मिले। 'मेड इन चाइना' मास्क में खराबी से स्थानीय प्रशासन में रोष है और उन्होंने इसे लेकर निजी कंपनियों को चेताया भी है। उनसे कहा गया है कि वे सामान कनाडा भेजने से पहले अच्छी तरह उसकी जांच कर लें। साथ ही यहां अस्पतालों में मास्क पहुंचाने वालों से भी कहा गया है कि वे इसकी समुचित जांच पहले ही सुनिश्चित कर लें कि मास्क में किसी तरह की खराबी न हो।
अस्पतालों से मंगाए जा रहे मासक
कनाडा अब चीन से मिले इन मास्क को वापस करने की तैयारी में जुट गया है। मास्क फटने की शिकायतें मिलने के बाद इन्हें अस्पतालों से वापस मंगाया जा रहा है। कनाडा इस बात की जांच भी करा रहा है कि इन खराब मास्क के कारण कोई स्वास्थ्यकर्मी कहीं कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में तो नहीं आया। 'ग्लोबल न्यूज' के मुताबिक, ये सर्जिकल मास्क 2,00,000 डॉलर में मंगाए गए थे। ये मास्क 28 मार्च को नगरपालिका संचालित केयर होम्स में वितरित किए गए थे।
अन्य देशों से भी मिली हैं शिकायतें
कनाडा में अब तक 374 लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हो चुकी है, जबकि 17,827 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए यहां बड़े पैमाने पर मास्क की आवश्यकता जताई जा रही है। इससे पहले चीन ने पाकिस्तान में भी मास्क की आपूर्ति की थी, जिसके दोषपूर्ण होने की बातें सामने आई थीं। इसके अतिरिक्त स्पेन, नीदरलैंड्स, चेक रिपब्लिक और तुर्की से भी ऐसी रिपोर्ट्स सामने आ चुके हैं, जिनमें चीनी कंपनियों से मिले मास्क, टेस्टिंग किट आदि को खराब बताया गया।