स्थापना दिवस पर चीनी सेना का प्रोपगैंडा वीडियो, दिखाया नए हथियारों का जखीरा   

दुनिया
शिवानी शर्मा
Updated Aug 01, 2022 | 15:20 IST

स्टेट काउंसलर और रक्षा मंत्री वेई फेंघे ने पीएलए की स्थापना दिवस समारोह में कहा कि, 'पीएलए को अपने आधुनिकीकरण में तेजी लानी चाहिए और चीन की अंतरराष्ट्रीय स्थिति से मेल खाने और राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास हितों के अनुरूप एक ठोस राष्ट्रीय रक्षा बनाने का प्रयास करना चाहिए।'

China army PLA releases Propaganda video of weapons on its Foundation Day
स्थापना दिवस पर चीन की सेना पीएलए ने प्रोपगैंडा वीडियो जारी किया है। तस्वीर-ग्लोबल टाइम्स 

चीनी सेना के स्थापना दिवस के मौके पर राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित परेड में पीएलए के आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया गया। स्टेट ब्रॉडकास्टर चाइना सेंट्रल टेलीविजन (सीसीटीवी) ने सेना दिवस के उपलक्ष्य में  एक वीडियो जारी किया,जिसमें एक रेगिस्तान में एक राजमार्ग पर एक ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर से DF -17 हाइपरसोनिक मिसाइल के प्रक्षेपण को दिखाया गया है,  DF-17 का फायर लॉन्च, अत्यधिक मोबाइल है, जिसे रोकना असंभव है, और विमान वाहक सहित दक्षिण चीन सागर, ताइवान और पूर्वोत्तर एशिया में किसी भी लक्ष्य को टारगेट कर सकता है। 

एक अलग रिपोर्ट में  जेड -20 हेलीकॉप्टर को समुद्र में टाइप 075 एम्फीबियस असॉल्ट शिप के साथ दिखाया गया है। यह पहली बार है जब चीन ने पुष्टि की है कि Z-20 ने टाइप 075 पर प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। रविवार को, पीएलए वायु सेना के एक प्रवक्ता, वरिष्ठ कर्नल शेन जिन्के ने घोषणा की कि YU-20 हवाई टैंकर ने कॉम्बैट ट्रेनिंग शुरू कर दी है। इसके अलावा रिपोर्ट के मुताबिक चीन के टाइप 055 डिस्ट्रॉयर यानान, जिसे कुछ समय पहले पीएलए नौसेना में शामिल किया गया था, ने दक्षिण चीन सागर में युद्ध अभ्यास किया था, पीएलए नौसेना के पास छह सक्रिय 10,000-टन क्लास के बड़े डिस्ट्रॉयर हैं। 

स्टेट काउंसलर और रक्षा मंत्री वेई फेंघे ने पीएलए की स्थापना दिवस समारोह में कहा कि, 'पीएलए को अपने आधुनिकीकरण में तेजी लानी चाहिए और चीन की अंतरराष्ट्रीय स्थिति से मेल खाने और राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास हितों के अनुरूप एक ठोस राष्ट्रीय रक्षा बनाने का प्रयास करना चाहिए।'

 सैनिकों की ट्रेनिंग को नेक्स्ट लेवल पर पहुंचाना चाहता है चीन

PLA की स्थापना दिवस से पहले कई आयोजनों में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कई बार चीन की सेना को और ज्यादा मजबूत बनाने पर जोर दिया। चीन मामलों से जुड़े जानकार बताते हैं कि चीन पहले ही अपनी सेना को मैकेनाइज कर चुका है और अब उसका अगला उद्देश्य अपनी सेना को पूरी तरह से इंटेलीजाईस यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर मजबूत करना है। एक्सपर्ट के मुताबिक अगले 5 साल के अंदर चीन अपना तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर फुजियान कमीशन कर लेगा साथी J 20 जेट बड़ी संख्या में उसके जखीरे में शामिल हो जाएंगे और स्ट्रैटेजिक बॉम्बर्स को भी सेना में शामिल किया जाएगा।

भारत और चीन के तनाव के बीच चीन ने महसूस किया कि उसके सैनिक ज्यादा लंबे वक्त तक विषम परिस्थितियों में उतने मजबूत नहीं है जितने भारत के, लिहाजा चीन अब अपने हथियारों को आधुनिक बनाने के साथ-साथ अपने जवानों की ट्रेनिंग पर भी ज्यादा ध्यान दे रहा है। अगले कुछ सालों में वह इक्विपमेंट्स और पर्सनल की ट्रेनिंग को नेक्स्ट लेवल पर पहुंचाना चाहता है।

 पीएलए को और ज्यादा मजबूत बनाने की जरूरत: जिनपिंग

पीएलए के स्थापना दिवस के दौरान होने वाले कई आयोजनों में से एक में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा  दुनिया ने अशांति और परिवर्तन के एक नए दौर में प्रवेश किया है, और चीन राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति में बढ़ती अस्थिरता और अनिश्चितता का सामना कर रहा है, जिसे देखते हुए उसे अपनी सेना को और ज्यादा मजबूत बनाने की जरूरत है। पिछले साल पीएलए ने अपने स्थापना दिवस के मौके पर एलएसी पर चीनी झंडे फहराकर भारत को उकसाने की कोशिश की थी  जिसका भारत में जोरदार विरोध किया गया था। इस साल भी चीन के शक्ति प्रदर्शन को देखते हुए एलएसी पर भारतीय सेना विशेष सतर्कता बरत रही है।

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