इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार को इन मामलों में रविवार की तुलना में दोगुनी बढ़ोत्तरी हो गई। रविवार तक जहां देश में 53 कोरोना वायरस के मामले सामने आए थे वहीं सोमवार को इस आंकड़े में तीन गुना से भी ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई और खबर लिखे जाने तक यह संख्या 186 हो गई थी। सबसे ज्यादा नए मामले दक्षिणी सिंध प्रांत से पता चले जहां से 150 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं जिन्हें ईरान की सीमा पर ताफतान से सिंध स्थानांतरित किया गया था।
सिंध में 150 मामले
पाकिस्तान में सबसे ज्यादा मामले सिंध प्रांत से आए हैं जहां कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 150 हो गई है। वहीं खैबर पख्तूनख्वा में 15, बलोचिस्तान में 10, पंजाब में एक तथा अन्य जगहों पर 5 मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस के चलते पाकिस्तान के सभी शिक्षण संस्थानों को पांच अप्रैल तक बंद रखने का भी आदेश दिया गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि वह देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए उठाये जा रहे कदमों की व्यक्तिगत तौर पर निगरानी कर रहे हैं।
चीन के लिए रवाना हुए पाक राष्ट्रपति
पाकिस्तान में जहां तेजी से कोरोना वायरस अपनी दस्तक दे रहा है वहीं राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने सोमवार को चीन के लिए रवाना हो गए। अल्वी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर वरिष्ठ मंत्रियों के साथ चीन की दो दिवसीय यात्रा को रवाना हुए। अल्वी के साथ विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, नियोजन, विकास और विशेष पहल मंत्री असद उमर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित एक प्रतिनिधिमंडल भी गया हुआ है।
लोग धैय बनाए रखें
स्वास्थ्य मामलों पर प्रधान मंत्री के विशेष सहायक डॉ. जफर मिर्जा ने सोमवार को कहा कि लोगों को घबराना नहीं चाहिए और इसके बजाय स्थिति के सकारात्मक पहलू पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा 'सत्तर से 98% लोग जो कोरोनोवायरस से संक्रमित हैं, वो ठीक हो जाते हैं।'
इससे पहले रविवार को कोरोना वायरस पर एक संयुक्त रणनीति बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित दक्षेस देशों के सदस्य देशों के वीडियो कान्फ्रेंस में हिस्सा लेते हुे उन्होंने कहा, ‘हमने हमारे सभी शैक्षणिक संस्थानों को तीन सप्ताह के लिए बंद करने का निर्णय किया है, पूरे पश्चिमी सीमा को दो सप्ताह के लिए बंद करने का निर्णय, साथ ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को केवल तीन हवाई अड्डों तक ही सीमित करने तथा बड़े सार्वजनिक सभाओं पर रोक, हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग उपाय सुदृढ़ किया है।’