कोरोना के वैरिएंट के नाम पर सवाल, क्या चीन की वजह से Xi नहीं पड़ा नाम !

Corona New Variant: कोरोना के नए वैरिएंट में WHO ने इस बार ग्रीक वर्णमाला के क्रम के अनुसार नाम नहीं रखा है। इस फैसले को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नाम से जोड़ा जा रहा है।

Corona New Varient Name Connection
कोरोना के नए वैरिएंट के नाम पर उठे सवाल  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • कोरोना वायरस के अभी तक वैरिएंट के नाम ग्रीक वर्णमाला के क्रम के अनुसार रखे गए हैं।
  • चीन से पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का प्रसार माना जाता है।
  • WHO ने नए वैरिएंट को ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ बताते हुए इसे ओमीक्रॉन नाम दिया है।

नई दिल्ली: इस समय कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन ने पूरी दुनिया में फिर से दहशत फैला दी है। कई देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं। इस बीच नए वैरिएंट को लेकर एक और चर्चा शुरू हो गई है। यह चर्चा उसके नाम को लेकर है। असल में इस बहस को एपिडेमोलॉजिस्ट मार्टिन कुलडॉर्फ को चर्चा में ला दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि WHO ने दो अक्षरों Nu और Xi को छोड़ दिया। उनका कहना है कि WHO ने ऐसा इसलिए किया ताकि वैरिएंट का नाम किसी कोरोना वायरस वेरिएंट को 'Xi' (शी) नहीं कहा जा सके।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग में आता है 'Xi'

असल में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नाम में  'Xi'अक्षर आता है। अगर WHO नए वैरिएंट का नाम Xi रखता तो अजीब स्थिति खड़ी हो सकती थी। वह भी खास तौर पर तब, जब कोरोना का विस्फोट चीन से ही हुआ है। ग्रीक वर्णमाला की एक तस्वीर के साथ मार्टिन कुलडॉर्फ ने लिखा कि इसके Nu वैरिएंट कहे जाने की खबरें थी, लेकिन WHO ने इसे ‘ओमीक्रॉन’ कहा, क्योंकि वह Xi से बचना चाहते थे।

ग्रीक वर्णमाला से WHO करता है नामकरण

WHO ग्रीक वर्णमाला से कोरोनो वायरस वैरिएंट का नामकरण करता रहा है। नए वेरिएंट जब खबरें जब सामने आईं तो लोगों को उम्मीद थी कि WHO इसे ‘Nu’ वेरिएंट नाम देगा। ऐसे में अगला मौजूद लैटर ‘NU’ था, लेकिन WHO के पैनल की मीटिंग के बाद , नए वैरिएंट को  ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ बताते हुए इसे ओमीक्रॉन नाम दिया। इसके पहले कोरोना वायरस के नाम ग्रीक वर्णमाला के अनुसार अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा रखे गए थे।

कई देशों ने यात्राओं पर लगाई रोक

नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए जर्मनी, नीदरलैंड, इटली , ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य ने दक्षिण अफ्रीका से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, लेसोथो, इस्वातिनी, जिम्बाब्वे और नामीबिया से आने वाले यात्रियों पर यात्रा प्रतिबंध लागू किए हैं। इसके अलावा कई यूरोपीय देशों ने नामीबिया, जिम्बाब्वे ,बोत्सवाना, लेसोथो और जाम्बिया से उड़ानें सस्पेंड कर दी हैं। इसी तरह अमेरिका, कनाडा, रूस ने दक्षिणी अफ्रीका क्षेत्र से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है। 

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