Corona Virus की वजह से चीन के पांच शहर सील, प्रभावित इलाकों में भारतीय छात्रों की वजह से भारत की चिंता बढ़ी

दुनिया
भाषा
Updated Jan 24, 2020 | 00:32 IST

कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए चीन ने अपने पांच शहरों को सील कर दिया है। इस वायरस की वजह से भारत भी तनाव में हैं क्योंकि प्रभावित इलाकों के आसपास करीब 600 भारतीय छात्र रहते हैं।

Corona Virus की वजह से चीन के पांच शहर सील, प्रभावित इलाकों में भारतीय छात्रों की वजह से भारत की चिंता बढ़ी
कोरोना वायरस  |  तस्वीर साभार: Twitter

बीजिंग। चीन ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाते हुए बृहस्पतिवार को वुहान सहित पांच शहरों को सील कर दिया। देशभर में इस विषाणु से 630 से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 17 लोगों की मौत हो चुकी है।चीनी नववर्ष के पहले सड़कों पर भीड़भाड़ बढ़ने के मद्देनजर गाड़ियों, ट्रेनों, विमानों समेत आवागमन के विभिन्न माध्यमों को रोक दिया गया है। इन शहरों में तकरीबन दो करोड़ लोग रहते हैं।

चीनी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार शाम हुबेई प्रांत में पांच शहरों - हुगांग, एझाओ, झिजियांग, क्विनजिआंग और वुहान में सार्वनजिक परिवहन को रोकने की घोषणा की।देशभर में विषाणु के कारण 17 लोगों की मौत हो चुकी है। जितनी भी मौतें हुईं हैं, वो वुहान और आसपास के इलाके में हुई है। मृतकों की औसत उम्र 73 साल है । मृतकों में सबसे उम्रदराज शख्स 89 साल का था जबकि सबसे कम उम्र के लिहाज से 48 साल के व्यक्ति की मौत हुयी। कुल मिलाकर देशभर में 631 मामले सामने आ चुके हैं।

देश में सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान के रेलवे स्टेशन पर पुलिस, स्वात टीम और अर्द्धसैन्य कर्मियों को तैनात किया गया है। सुबह में अवरोधक लगाकर प्रवेश को बंद कर दिया गया।सड़कों, शॉपिंग मॉल, रेस्तरां और अन्य स्थानों पर आम तौर पर भीड़ रहती है लेकिन 1.1 करोड़ आबादी वाले इस शहर में बिल्कुल सन्नाटा पसरा है। सारे सार्वजनिक स्थानों को बंद कर दिया गया है ।पास के हुगांग और एझाओ में भी यही स्थिति है। मनोरंजन केंद्र, सिनेमाघर, इंटरनेट कैफे और अन्य केंद्रों को भी बंद करने का आदेश दिया गया है ।

हुबेई प्रांत में वुहान और हुंगांग शहरों को बंद कर दिया गया है। इस प्रांत में कई भारतीय भी रहते हैं। ऐसे में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों की सहायता के लिए हॉटलाइन स्थापित की है।भारतीय दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि चीनी अधिकारियों ने प्रांत में रह रहे भारतीयों को खाद्य आपूर्ति सहित सभी सहयोग का आश्वासन दिया है।

भारत के लिहाज से भी चिंता की वजह हैं क्योंकि करीब 700 भारतीय छात्र वुहान और आसपास के इलाके में रहते हैं। इन छात्रों में ज्यादातर चीनी विश्वविद्यालयों में चिकित्सा की पढ़ाई करते हैं ।विषाणु के प्रसार को रोकने के लिए बीजिंग में प्रशासन ने अनिश्चितकाल के लिए बड़े कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है।वुहान में सीफूड और पशु बाजार से फैले श्वसन संबंधी इस विषाणु के संक्रमण से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है और देश भर में सैकड़ों लोग इससे संक्रमित हैं। मकाऊ के बाद हांगकांग में भी एक मामले की पुष्टि हुई है ।

चीन ने बीजिंग के फॉरबिडन सिटी को भी बंद करने का फैसला किया है। यह सांस्कृतिक स्थलों का केंद्र है। अगले निर्देश मिलने तक इंपीरियल पैलेस शनिवार तक बंद रहेगा ।चीन में फैले नए विषाणु के केंद्र में मौजूद 1.1 करोड़ आबादी वाले द्वीप शहर वुहान को प्रशासन की ओर से सील किए जाने के कुछ समय पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने स्थानीय प्रतिनिधि गौडेन गालिया के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल को हालात का जायजा लेने के लिए भेजा।

गालिया के नेतृत्व में पांच सदस्यीय दल ने चीन रोग नियंत्रण केंद्र की स्थानीय जैव सुरक्षा प्रयोगशाला, अस्पतालों और हवाई अड्डों का दौरा किया। इस दौरान गालिया ने स्वास्थ्य कर्मियों, आपदा निरीक्षकों और शहर के अधिकारियों से बातचीत की जिन्होंने बताया कि कैसे प्रशासन पीड़ितों की पहचान करने और रोग को फैलने से रोकने के लिए कदम उठा रहा है।

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