पेरिस : कोरोना के मामलों में फिर से तेजी आने के बाद फ्रांस ने पेरिस सहित अपने कई शहरों में कर्फ्यू लगा दिया है। राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने देश के नौ शहरों के लोगों को शनिवार सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक अपने घरों में रहने के लिए कहा है। सरकार के इस निर्देश का लोगों को चार सप्ताह तक पालन करना है। बता दें कि फ्रांस में पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 के नए मामलों में तेजी से इजाफा होना शुरू हुआ है जिसके बाद फ्रांस सरकार को कर्फ्यू जैसा कदम उठाना पड़ा है। बड़ी संख्या में कोरोना से संक्रमित लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। फ्रांस में स्वास्थ्य की आपात स्थिति घोषित की गई है।
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने एक टेलिविजन इंटरव्यू में कहा, 'यह वायरस खतरनाक है और सभी के लिए गंभीर है। हम ऐसी स्थिति में पहुंच गए हैं जहां पर हमें कार्रवाई करनी होगी।' माहामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए शहरों में बॉर और रेस्तरां बंद किए जा रहे हैं। फ्रांस ही नहीं यूरोप के कई देशों में कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़े हैं। कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे महामारी की दूसरी लहर बता रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक यूरोप में संक्रमण के जितने नए मामले आए हैं उनमें से आधी संख्या ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और स्पेन के हैं।
फ्रांस के साथ-साथ यूरोप के अन्य शहरों जर्मनी, स्पेन, नीदरलैंड और ब्रिटेन में भी कोरोना के नए मामलों में वृ्द्धि हुई है। संक्रमण पर रोक लगाने के लिए जर्मनी ने बार एवं रेस्तरा को अत्यंत जोखिम वाले क्षेत्रों में रखा है। अप्रैल के बाद जर्मनी में एक दिन में संक्रमण के 5000 नए मामले आए। इसके बाद चांसलर एंजेला मर्केल ने देश में कड़े प्रतिबंधों की घोषणा की।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नीदरलैंड में आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है। चेक रिपब्लिक में स्कूल एवं बार बंद हैं। चेक रिपब्लिक में पिछले दो सप्ताहों में संक्रमण की दर सबसे ज्यादा पाई गई है। आयरलैंड की सरकार ने लोगों के घर जाने पर रोक लगाई है।