नई दिल्ली: अमेरिका (America) में कोरोना महामारी का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है, बताया जा रहा है कि कोरोना के डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) के चलते पिछले हफ्ते 42 अमेरिकी राज्यों में संक्रमण से मौतों की दर में काफी इजाफा देखने को मिला है, मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक 14 राज्यों में पिछले एक हफ्ते में कोरोना से होने वाले मौतों की संख्या कई गुना बढ़ गई है।
कहा जा रहा है कि अमेरिका के कई राज्यों में हालात इतने खराब हैं कि कोविड प्रभावित लोगों को बेड और ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। साउथ कैरोलिना, टेक्सास, लुइसियाना, फ्लोरिडा के कई अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं।
हालात ऐसे बताये जा रहे हैं कि कुछ को अपनी आरक्षित ऑक्सीजन आपूर्ति का उपयोग करना पड़ रहा है और वह भी खत्म होने की कगार पर है। अमेरिका में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के पीछे इसी डेल्टा वैरिएंट का हाथ माना जा रहा है ब्राजील भी कोरोना की नई लहर की चपेट में है।
डेल्टा वेरिएंट ने दुनियाभर में अल्फा वेरिएंट को तेजी से बदल दिया है
महामारी विज्ञान के अध्ययनों के अनुसार, पहली बार 2020 के अंत में भारत में पहचाना गया डेल्टा वेरिएंट, पिछले साल ब्रिटेन में पहली बार पहचाने गए अल्फा वेरिएंट की तुलना में कम से कम 40 प्रतिशत अधिक पारगम्य है।हालांकि, इस वैश्विक प्रतिस्थापन को चलाने वाले तंत्र को अभी तक परिभाषित नहीं किया गया है। एक अध्ययन में अभी तक किए गए प्रयोगों की समीक्षा की गई है और प्री-प्रिंट सर्वर बायोरेक्सिव पर इसे पोस्ट किया गया है। यह दर्शाता है कि डेल्टा स्पाइक में पीओ 81आर उत्परिवर्तन अल्फा-टू-डेल्टा वेरिएंट के प्रतिस्थापन में कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।