नस्ली समानता के लिए संघर्ष करने वाले डेसमंड टूटू का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक

दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद खत्‍म करने और नस्‍ली समानता के लिए लंबी लड़ाई लड़ने वाले डेसमंड टूटू का निधन हो गया है। भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया है।

नस्ली समानता के लिए संघर्ष करने वाले डेसमंड टूटू का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक
नस्ली समानता के लिए संघर्ष करने वाले डेसमंड टूटू का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक  |  तस्वीर साभार: AP, File Image

जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद को खत्‍म करने और नस्ली समानता के लिए जंग लड़ने वाले डेसमंड टूटू का निधन हो गया है। वह 90 वर्ष के थे। उन्‍होंने न केवल घरेलू स्‍तर पर, बल्कि वैश्विक स्‍तर पर भी असमानता के खिलाफ जनता की राय को मजबूत करने के लिए लगातार सार्वजनिक प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेसमंड टूटू के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह दुनियाभर में अनगिनत लोगों के मार्गदर्शक थे।

नस्‍ली समानता और एलजीबीटी समुदाय के अधिकारों के संघर्ष के लिए नोबेल शांति पुरस्कार विजेता डेसमंड टूटू के निधन की जानकारी रविवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्‍ट्रपति सिरिल रामफोसा ने दी। उन्‍होंने बताया कि रंगभेद के कट्टर विरोधी और नस्‍ली समानता के पैरोकार डेसमंड टूटू का 90 साल की उम्र में निधन हो गया। वह केप टाउन के सेवानिवृत्त एंग्लिकन आर्चबिशप भी थे।

FILE - Britain't Queen Elizabeth II emerges from St. George's Cathedral with Archbishop Desmond Tutu at the end of a service to commemorate Human Rights Day, in Cape Town on Tuesday, March 21, 1995. South Africa’s Nobel Peace Prize-winning activist for racial justice and LGBT rights and the retired Anglican Archbishop of Cape Town, has died at the age of 90, it was announced on Sunday, Dec. 26, 2021. An uncompromising foe of apartheid, South Africa’s brutal regime of oppression again the Black majority, Tutu worked tirelessly, but non-violently, for its downfall. (AP Photo/John Moore, File)
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ डेसमंड टूटू (AP) 

नस्‍ली भेदभाव के खिलाफ लड़ी लंबी लड़ाई

रंगभेद के विरोधी, अश्‍वेत लोगों के दमन वाले दक्षिण अफ्रीका के क्रूर शासन के खात्मे के लिए टूटू ने अहिंसक रूप से अथक प्रयास किए। जोहानिसबर्ग के पहले अश्‍वेत बिशप और बाद में केप टाउन के आर्चबिशप के रूप में उन्‍होंने अपने उपदेश-मंच का इस्तेमाल करते हुए घरेलू तथा वैश्विक स्तर पर नस्ली भेदभाव के खिलाफ जनता की राय को मजबूत करने की दिशा में लगातार सार्वजनिक प्रदर्शन किया।

FILE - Britain's Prince Harry and Meghan, Duchess of Sussex, holding their son Archie, meet Anglican Archbishop Emeritus, Desmond Tutu and his wife Leah in Cape Town, South Africa, Wednesday, Sept. 25, 2019. South Africa’s Nobel Peace Prize-winning activist for racial justice and LGBT rights and the retired Anglican Archbishop of Cape Town, has died at the age of 90, it was announced on Sunday, Dec. 26, 2021. An uncompromising foe of apartheid, South Africa’s brutal regime of oppression again the Black majority, Tutu worked tirelessly, but non-violently, for its downfall. (Henk Kruger/African News Agency, Pool via AP, File)
प्रिंस हैरी और मेगन मर्केल के साथ डेसमंड टूटू (AP)

पीएम मोदी ने टूटू के निधन पर जताया शोक

भारत में प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेसमंड टूटू के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह दुनियाभर में असंख्‍य लोगों के लिए एक मार्गदर्शक की तरह थे और मानवीय गरिमा एवं समानता के लिए उनके संघर्ष को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्‍होंने ट्वीट किया, 'आर्कबिशप एमेरिटस डेसमंड टूटू अनगिनत लोगों के मार्गदर्शक थे। मानवीय गरिमा एवं समानता पर उनके जोर को हमेशा याद रखा जाएगा। मैं उनके निधन से बहुत दुखी हूं और उनके सभी प्रशंसकों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।'

अगली खबर