मस्जिद में सीख रहे थे बम बनाना, तभी हो गया विस्फोट, मारे गए तालिबान के 30 लड़ाके

सुरक्षाबलों ने बताया कि तालिबान ने कुंदुज प्रांत के कोतार ब्लाक गांव में आईईडी लगाया था। इस विस्फोट में युवाओं की मौत हुई। हाल के समय में तालिबान ने अफगानिस्तान में अपने हमलों में तेजी लाई है।

explosion at bomb-making class in Afghan mosqueThirty Taliban fighters killed
मस्जिद में सीख रहे थे बम बनाना, तभी हो गया विस्फोट। -फाइल फोटो  |  तस्वीर साभार: AP

काबुल : अफगानिस्तान की एक मस्जिद बम बनाने की ट्रेनिंग लेते समय हुए विस्फोट में तालिबान के 30 लड़ाकों की मौत हो गई। अफगान नेशनल ऑर्मी की 209वीं शाहीन कोर ने इस घटना के बारे में एक फेसबुक पोस्ट जारी किया है। इस पोस्ट में कोर ने कहा है कि शनिवर सुबह हुए विस्फोट में तालिबान के कम से कम 30 लड़ाके मारे गए। 'मिरर' की रिपोर्ट के मुताबिक पोस्ट में कहा गया है कि मारे जाने वालों में छह विदेशी लड़ाके और बम बनाने के एक्सपर्ट शामिल थे। 

मरने वालों में विदेशी नागरिक भी शामिल
रिपोर्ट के मुताबिक मस्जिद में विस्फोट की यह घटना बाल्ख प्रांत के दौलताबाद जिले में कुलताक गांव में हुई। बयान में कहा गया है कि विस्फोट में शवों के भारी क्षति पहुंचने की वजह से मारे गए विदेशी नागरिकों की पहचान नहीं हो पाई। खामा प्रेस न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार ये लड़ाके मस्जिद में बम एवं आईईडी बनाने का प्रशिक्षण ले रहे थे। वहीं अफगानिस्तान में हुए एक अन्य विस्फोट में दो बच्चों की जान गई। 

हाल के दिनों में तालिबान ने हमले तेज किए 
सुरक्षाबलों ने बताया कि तालिबान ने कुंदुज प्रांत के कोतार ब्लाक गांव में आईईडी लगाया था। इस विस्फोट में युवाओं की मौत हुई। हाल के समय में तालिबान ने अफगानिस्तान में अपने हमलों में तेजी लाई है। यह हमले काबुल सरकार के साथ शांति बातचीत रुकने के बाद हो रहे हैं।

गठबंधन सेना फिलहाल वापस नहीं जाएगी-नाटो
इस बीच नाटो के महासचिव जेन्स स्टॉलटेनबर्ग ने सोमवार को कहा कि  'जब तक सही समय नहीं आएगा' तब तक गठबंधन की सेना अफगानिस्तान से वापस नहीं जाएगी। उन्होंने कहा, 'तालिबान को हिंसा में  कमी लाते हुए सही दिशा में वार्ता करनी चाहिए। साथ ही उसे आतंकवादी समूहों को सहयोग न करने की अपनी प्रतिबद्धता का पालन करना चाहिए।' 

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