पेरिस : कोरोना वायरस के वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर चिंताओं के बीच फ्रांस में नया वैरिएंट सामने आया है, जिसे फिलहाल 'IHU' नाम दिया गया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह ओमिक्रोन से कहीं अधिक घातक है और उन लोगों को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है, जो वैक्सीन लगवा चुके हैं या एक बार संक्रमित होने के बाद, जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें इम्युनिटी विकसित हो गई होगी, उन्हें भी संक्रमित कर सकता है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, फ्रांस में कोरोना वायरस का जो वैरिएंट सामने आया है, उसके 46 म्यूटेशन हो सकते हैं। अब तक इस वैरिएंट के 12 केस सामने आए हैं। ये सभी अफ्रीकी देश कैमरून की यात्रा से लौटे थे, जिसके तीन दिन बाद उन्होंने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की थी, जिसके बाद उनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए। सैंपल नवंबर 2021 के मध्य में लिए गए थे, जिसकी जांच के बाद नए वैरिएंट की जानकारी सामने आई।
दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 27.88 करोड़ से ज्यादा हुए
कोरोना वायरस का यह वैरिएंट ऐसे समय में सामने आया है, जबकि दुनियाभर में ओमिक्रोन का खतरा पहले ही तेजी से बढ़ रहा है। ओमिक्रोन का पहला मामला 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था, जिसके बाद से यह अब तक भारत सहित 100 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। हालांकि इसे कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले कम घाातक बताया जा रहा है, लेकिन IHU को लेकर अलग ही चिंता पैदा हुई है।
कोरोना के नए स्ट्रेन ओमिक्रॉन से दुनिया भर में हड़कंप, अब तक डेल्टा वेरिएंट ज्यादा जिम्मेदार
विशेषज्ञों के अनुसार, फ्रांस में सामने आया कोरोना वायरस का नया वैरिएंट IHU कोविड के ओमिक्रोन वैरिएंट के मुकाबले कहीं अधिक खतरनाक है। इसमें मल्टीप्लाई होने की क्षमता कोविड के ओमिक्रोन वैरिएंट के मुकाबले कहीं अधिक है। ऐसे में यह अधिक खतरनाक साबित हो सकता है, जबकि कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट को डेल्टा सहित कोविड के पहले के अन्य वैरिएंट्स के मुकाबले कमजोर माना जा रहा है।