यूरोपीय देशों पर पर भड़के इमरान खान, बोले-  'भारत को तो नहीं भेजी चिट्ठी, हमें गुलाम समझा है?' 

दुनिया
किशोर जोशी
Updated Mar 07, 2022 | 12:32 IST

Russia Ukraine War: पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने एक बार फिर लाचारी दिखाई है। दरअसल पाकिस्तान को पश्चिमी देशों के राजनयिकों की तरफ से एक पत्र लिखकर कहा गया कि वो यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा करे।

Imran Khan hits back EU envoys, questions why bloc did not write letter to India on Kashmir
जब इमरान बोले- भारत को तो नहीं भेजी चिट्ठी, हमें गुलाम समझा  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • फिर दिखी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की लाचारी
  • यूरोपीय संघ द्वारा पाकिस्तान को रूस के खिलाफ बोलने के लिए कहने पर भड़के इमरान
  • इमरान बोले- क्या यूरोपीय संघ ने ऐसा ही पत्र भारत को लिखा?

इस्लामाबाद:  यूरोपीय संघ ने पाकिस्तान को रूस के खिलाफ बोलने और यूक्रेन पर उसके हमले की निंदा करने को कहा है। इसे लेकर यूरोपीय संघ ने इमरान खान को एक पत्र लिखा है जिससे वो भड़क गए हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसकी निंदा करते हुए पूछा कि ये देश तब कहां थे जब नई दिल्ली ने कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ा था। दरअसल यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद दुनिया दो धड़ों में बंटी हुई नजर आ रही है। पाकिस्तान और चीन जहां रूस के साथ खड़े नजर आए तो भारत तटस्थ नजर आया। भारत के रूख से इमरान खान भी बेचैन हो गए हैं।

क्या भारत को लिखा पत्र

पीएम इमरान ने वेहारी जिले की तहसील मेलसी में एक जनसभा के दौरान पाकिस्तान को यूरोपीय संघ के दूत के पत्र के बारे में बताया। पीएम इमरान खान के साथ पंजाब के सीएम उस्मान बुजदार और सरकार के अन्य सदस्य भी इस दौरान मौजूद रहे। प्रीमियर ने मेलसी के लोगों से कहा कि उनका हमेशा से मानना ​​था कि पाकिस्तान को "किसी का गुलाम" नहीं होना चाहिए। इस दौरान इमरान खान ने कहा, 'यूरोपीय संघ के राजदूतों ने पाकिस्तान को एक पत्र लिखा, जिसमें हमें रूस विरोधी बयान जारी करने के लिए कहा गया। मैं यूरोपीय संघ के राजदूतों से पूछता हूं क्या आपने ऐसा ही पत्र भारत को भी लिखा था?'

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हमें क्या मिला- इमरान

इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध (WoT) के दौरान NATO की मदद की थी। उन्होंने कभी भी पाकिस्तान को युद्ध का पक्ष नहीं बनाया। पीएम इमरान ने कहा, 'उस समय देश के मुखिया ने अमेरिका का समर्थन किया था। उन्होंने आश्चर्य जताया कि पाकिस्तान को अपने 80,000 नागरिकों को खोने, 35 लाख लोगों के विस्थापन, और 100 अरब डॉलर से अधिक के नुकसान के अलावा पश्चिम का समर्थन करने से क्या मिला। उन्होंने कहा 'मैं यूरोपीय संघ के राजदूतों से पूछता हूं, क्या आपने हमें धन्यवाद दिया? क्या आपने कहा कि हमने आपके युद्ध में आपकी मदद की? क्या आपने हमारी सराहना की?'

किया कश्मीर का जिक्र

फिर से कश्मीर का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा, 'जब भारत ने कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ा और कश्मीर की स्वायत्त स्थिति को निरस्त कर दिया, तो क्या आप में से किसी ने भारत के साथ संबंध तोड़ दिए, व्यापार समाप्त कर दिया या भारत की आलोचना की? "हम क्या है? क्या हम आपके गुलाम हैं? क्या हम वही करते हैं जो आप कहते हैं?'इमरान खान की इस बेबसी पर विपक्ष ने जमकर निशाना साधा है। पीएमएल-एन की नेता मरियम नवाज ने कहा, '...खेल अभी शुरू हुआ है, यार और आप इसे पहले ही खो चुके हैं! कुछ खिलाड़ी भावना दिखाओ!' 

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