ईरान के शीर्ष नेता अयातुल्ला खमेनेई ने कहा- अमेरिका के मुंह पर तमाचा जड़ा

Ayatollah Ali Khamenei : ईरान के हमले के बाद शीर्ष नेता अयातुल्ला अली खमेनेई ने कहा कि इराक में अमेरिकी सेना के ठिकानों पर मिसाइलें दागे जाने से अमेरिका के चेहरे पर तमाचा लगा है।

Ayatollah Ali Khamenei
अयातुल्ला अली खमेनेई 

तेहरान: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई ने कहा कि इराक में अमेरिकी एयरबेस पर हमला 3 जनवरी को हवाई हमले में मारे गए मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के प्रतिशोध में था और ये एक थप्पड़ था। उन्होंने कहा, 'एक थप्पड़ जड़ा गया, लेकिन महत्वपूर्ण ये है कि क्षेत्र में अमेरिका की विद्रोहात्मक उपस्थिति को समाप्त कर दिया जाए।'

नेशनल टेलीविजन पर सीधा प्रसारण के दौरान खमेनेई ने कहा कि ईरान वैश्विक बदमाशी शक्तियों का सामना करने में काफी सुसज्जित है। उन्होंने अमेरिका को झूठा कहा।

खमेनई ने कहा, 'हमें अपने दुश्मनों और उनकी योजनाओं और उनके तरीकों को जानना चाहिए। हमारे पास राजनीतिक और सैन्य रूप से निपटने के लिए लोग हैं। हमारा दुश्मन अमेरिका और यहूदी शासन है। कल रात हमने संयुक्त राज्य अमेरिका के चेहरे पर थप्पड़ मारा। इस क्षेत्र में अमेरिका की भ्रष्ट उपस्थिति समाप्त होनी चाहिए। अमेरिका ने हमारे क्षेत्र में तबाही ला दी है। वे बातचीत के बारे में बात करते हैं लेकिन वे केवल हस्तक्षेप करना चाहते हैं। इसे खत्म करने की जरूरत है।'

इसके पहले उन्होंने संकल्प लिया था कि उस अमेरिकी ड्रोन हमले का बदला लिया जाएगा जिसमें ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि सुलेमानी की मौत के बाद महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि अब हमारा कर्तव्य क्या है? एक महत्वपूर्ण घटना हुई है। बदला लेने का सवाल एक अलग मुद्दा है।

ईरान ने इराक में 22 मिसाइलें दागीं। 17 ऐन अल-असद एयरबेस में और पांच एरबिल शहर में दागी गईं।  इन स्थानों का इस्तेमाल अमेरिकी नेतृत्व वाला गठबंधन करता है।
 

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