पाक खुफिया प्रमुख की अधिकारियों को हिदायत-राजनीति से रहें दूर  

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Updated Jul 05, 2022 | 16:15 IST

समाचार पत्र ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक (डीजी) लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने व्यक्तिगत रूप से अपने अधीनस्थों को निर्देश जारी किए हैं। खबर में सूत्रों के हवाले से कहा, ‘उन्हें कड़े शब्दों में कहा गया है कि वे राजनीति से दूर रहें।

ISI head issues strict orders to his commanders to stay away from politics
ISI प्रमुख की अधिकारियों को हिदायत-राजनीति से रहें दूर।  |  तस्वीर साभार: IANS

Pakistan news : पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख ने सभी कमांडर को राजनीति से दूर रहने के कड़े आदेश जारी किए हैं। मीडिया की एक खबर में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। इससे पहले, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने आईएसआई समेत अपने कमांडरों और अधिकारियों को राजनीति से दूर रहने का नया निर्देश जारी किया है। बाजवा का निर्देश अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली पार्टी के नेताओं के उन आरोपों के बाद आया था कि देश की खुफिया एजेंसी पंजाब में आगामी उपचुनाव में ‘हेरफेर’करने की कोशिश कर रही है।

राजनीति में शामिल हुए तो सेवा में जगह नहीं मिलेगी  
समाचार पत्र ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक (डीजी) लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने व्यक्तिगत रूप से अपने अधीनस्थों को निर्देश जारी किए हैं। खबर में सूत्रों के हवाले से कहा, ‘उन्हें कड़े शब्दों में कहा गया है कि वे राजनीति से दूर रहें और ऐसी किसी भी गतिविधि से शामिल होने बचें।’ खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने कहा कि आदेश के उल्लंघन के किसी भी कृत्य को बर्दाशत नहीं किया जाएगा और ऐसा करने वाले किसी भी खुफिया अधिकारी की एजेंसी में कोई जगह नहीं होगी। 

बाजवा ने भी दी हिदायत
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले ही सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने अपने सभी कमांडरों और प्रमुख अधिकारियों को राजनीति से दूर रहने तथा राजनीतिक नेताओं के साथ बातचीत से बचने के लिए निर्देश जारी किए थे। ये निर्देश इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सैन्य प्रतिष्ठान के खिलाफ दुष्प्रचार के मद्देनजर दिए गए थे, जिसमें आईएसआई के कुछ अधिकारियों पर आरोप लगाया गया था कि वे पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए पंजाब में आगामी उपचुनाव में ‘हेरफेर’करने की कोशिश कर रहे हैं। पंजाब विधानसभा की 20 रिक्त सीटों पर 17 जुलाई को उपचुनाव होगा।

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