वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय मूल की सर्किट कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश शालिना डी कुमार को मिशिगन के इस्टर्न डिस्ट्रिक्ट का फेडरल जज नियुक्त किया है। ह्वाइट हाउस की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में शालिना की इस नियुक्ति के बारे में जानकारी दी गई। मिशिगन के इस्टर्न कोर्ट में जिला जज बनने वाली शालिना ने साल 2007 से ओकलैंड काउंटी सिक्सथ सर्किट कोर्ट में जज के रूप में काम कर चुकी हैं।
दक्षिण एशियाई मूल की पहली महिला
मिशिगन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जनवरी 2018 में सर्किट कोर्ट का चीफ जज नियुक्त किया। ह्वाइट हाउस का कहना है कि शालिना डी कुमार दक्षिण एशियाई मूल की पहली महिला हैं जो मिशिगन में फेडरल जज बनी हैं। उन्हें सिविल और फौजदारी दोनों मामलों का अनुभव है। वह 1997 से 2007 के बीच प्राइवेट वकील के तौर पर काम करते हुए कई नामी गिरामी संस्थाओं एवं कंपनियों के लिए काम किया है।
मिशिगन यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है
शालिना ने साल 1993 में मिशिगन यूनिवर्सिटी से स्नातक किया। इसके बाद साल 1996 में उन्होंने डेट्रायट यूनिवर्सिटी के मर्सी स्कूल से कानून की डिग्री हासिल की। वह ओकलैंड काउंटी में छठवीं सर्किट जज के रूप में भी काम कर चुकी हैं।
ओकलैंड काउंटी में भी जज रहीं
मिशिगन के पूर्व गवर्नर जेनिफर ग्रानहोम ने न्यायाधीश जीन श्नेल्ज के सेवानिवृत्त होने से रिक्त पद को भरने के लिए 20 अगस्त 2007 को शालिना को ओकलैंड काउंटी में सिक्स्थ सर्किट कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया। इसके बाद शालिना 2008 में अदालत के लिए चुनी गईं और फिर 2014 में वह दोबारा न्यायाधीश पद के लिए चुनी गईं।