बेरूत : लेबनान में एक ब्यूटी क्वीन जेना कांजो की घरेलू हिंसा के एक मामले में मौत हो गई है, जिसका आरोप उसके पति इब्राहिम गजल पर लगा है। जेना कांजो पहले भी अपने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज करा चुकी थीं, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और आखिरकार इस ब्यूटी क्वीन की जान चली गई। दोनों की शादी कुछ ही महीने पहले हुई थी।
लेबनान की राजधानी बेरूत में घरेलू हिंसा केस में किसी की मौत का यह बीते कुछ दिनों में तीसरा चर्चित मामला है। इस घटना के बाद यहां सोशल मीडिया पर घरेलू हिंसा कानूनों के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़क उठा है। यहां हाल ही में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर नया कानून लाया गया है, जिसके लिए लेबनाने की तारीफ भी हुई है, लेकिन वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध की श्रेणी में नहीं रखा गया है।
'डेली मेल' की रिपोर्ट के अनुसार, जेना कुछ ही महीनों की शादी के बाद पति की ज्यादती से तंग आ गई थी। उसने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थी और उससे तलाक लेने की कोशिशें भी कर रही थी। लेकिन इसी बीच उसकी मौत की खबर सामने आई है, जिसके लिए आरोप उसके पति पर लग रहा है। बताया जा रहा है कि पत्नी की हत्या के बाद इब्राहिम तुर्की भाग गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, जेना की मौत के बाद उसकी बहन रूबा के साथ इब्राहिम की बातचीत का एक ऑडियो भी सामने आया है, जिसमें उसे कहते सुना जा रहा है, 'तुम मुझसे कुछ भी पूछ लो। मैं उसे मारना नहीं चाहता था। जब वह चिल्ला रही थी तो मैंने बस उसके मुंह पर अपना हाथ रख दिया था, ताकि वह रोना व चीखना बंद कर दे। सुबह का वक्त हो रहा था, मैंने उसे कहा कि वह शांत हो जाए और रोना बंद कर दे। क्या मैं उसे मारूंगा?'
रूबा जब बार-बार जोर देकर अपनी बहन की मौत के बारे में पूछती है तो वह इस बारे में सीधा जवाब देने से बचता है और कहता है कि उसने पुलिस को अपनी पत्नी की मौत के बारे में बता दिया है। इस घटना के बाद एक स्थानीय न्यूज चैनल ने इब्राहिम को इंटरव्यू के लिए भी बुलाया था, ताकि वह अपनी कहानी बयां कर सके। लेकिन इससे सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा भड़क गया।
महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की मांग उठाने वालों का कहना है कि इस तरह के इंटरव्यू के जरिये और कई बार सोशल मीडिया के जरिये भी महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले पुरुषों को इस तरह से संरक्षण देने की कोशिश की जाती है। लेबनान में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लाए गए नए कानून के बावजूद प्रशासन का कहना है कि बीते कुछ समय में महिलाओं के खिलाफ अपराध दोगुने हुए हैं।